कर्नाटक में लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में सख्त कार्रवाई की है। मंगलवार को राज्य भर में 10 जगहों पर छापेमारी की गई, जिसमें मैसूर, मांड्या, बीदर, धारवाड़, हावेरी, बेंगलुरु, शिवमोग्गा और दावणगेरे शामिल हैं। मैसूर के हूटगल्ली नगर पालिका के रेवेन्यू इंस्पेक्टर सी. रामास्वामी के घर छापे के दौरान करोड़ों की प्रॉपर्टी के कागजात, सोने के गहने और बड़ी रकम कैश बरामद हुई।
लोकायुक्त ने कई अन्य अधिकारियों की संपत्तियों पर भी छापेमारी की। इनमें प्रमुख डी.एम. गिरीश असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी, सी. पुट्टास्वामी चीफ अकाउंट्स ऑफिसर (टाउन प्लानिंग), मांड्या, प्रेम सिंह चीफ इंजीनियर (अपर कृष्णा प्रोजेक्ट), बीदर, सुभाष चंद्र असिस्टेंट प्रोफेसर, कर्नाटक यूनिवर्सिटी धारवाड़, सतीश हुइलगोल सीनियर वेटेरिनरी एग्जामिनर, शेकप्पा प्रोजेक्ट डायरेक्टर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ऑफिस हावेरी, पी. कुमारस्वामी ऑफिस सुपरिटेंडेंट, रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी बेंगलुरु, सी.एन. लक्ष्मीपति, फर्स्ट डिवीजन असिस्टेंट, एसआईएमएस मेडिकल कॉलेज, शिवमोग्गा शामिल है।
लोकायुक्त ने 12 अधिकारियों और उनके परिवारजनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 381 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की। इसमें जमीन, घर, कैश, ज्वेलरी, गाड़ियां और अन्य चल-अचल संपत्ति शामिल है। यह कार्रवाई 14 अक्टूबर 2025 को 48 जगहों पर की गई छापेमारी का हिस्सा है। लोकायुक्त के अनुसार ये छापे सरकारी अधिकारियों द्वारा आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति जमा करने के आरोपों की जांच के तहत किए गए हैं।

