Toran Kumar reporter
नई दिल्ली : इजरायल और फिलिस्तीन के बीच भीषण युद्ध (Israel-Palestine War) जारी है. इस बीच भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अदनान अबु अलहैजा ने भारत से खास गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि भारत, इजरायल और फिलिस्तीन दोनों का ही दोस्त है. इसलिए भारत को गाजा पट्टी (Gaza Strip) में मौजूदा संकट को हल करने के लिए जरूर हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने भारत से पश्चिम एशिया (Middle East) में शांति की दिशा में काम करने के लिए इजरायल पर दबाव बनाने को कहा है. फिलिस्तीन के राजदूत ने कहा, भारत को पता है कि फिलिस्तीनी मुद्दा क्या है, महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के समय से भारत इस बारे में जानता है. इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें उनके फिलिस्तीन का समर्थन करने का दावा किया जा रहा है. आइए जानते हैं उस वीडियो की हकीकत
शनिवार को हमास ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले करके एक बड़े युद्ध की शुरुआत कर दी. इस हमले में सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हो गए. भारत सहित दुनियाभर के तमाम देशों ने इस मामले में इजरायल का समर्थन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी इजरायल को पूर्ण समर्थन देते हुए एक ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि हम इस बुरे समय में इजरायल के साथ खड़े हैं. हाल के वर्षों में पीएम मोदी और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के बीच दोस्ती गहरी हुई है. लेकिन इजरायल-फिलिस्तीन विवाद पर पूर्व की सरकारों और प्रधानमंत्रियों का क्या रुख रहा है यह भी जानना जरूरी है. विशेषतौर पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का.
‘For permanent peace in the Middle-East, Israel must vacate Palestinian land it has illegally occupied.’
— Sudheendra Kulkarni (@SudheenKulkarni) October 8, 2023
— Atal Bihari Vajpayee, when he became India’s External Affairs Minister, at a rally in Delhi in March 1977. 2/3 pic.twitter.com/Fildbp9qiD
अटल बिहारी वाजपेयी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इसमें वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, ‘आक्रमणकारी, आक्रमण के फलों का उपभोग करें, ये अपने संबंध में हमें स्वीकार नहीं है. तो जो नियम हम पर लागू हैं, वो औरों पर भी लागू होगा. अरबों की जमीन खाली होनी चाहिए. जो फिलिस्तीनी, उनके उचित अधिकारों की प्रस्थापना होना चाहिए. इजरायल के अस्तित्व को सोवियत रूस, अमेरिका ने भी स्वीकार किया है, हम भी स्वीकर कर चुके हैं.’
वीडियो साल 1977 का है, जब देश में मोरारजी देसाई के नेतृत्व में पहली बार जनता पार्टी की सरकार बनी थी. अटल बिहारी वाजयेपी उस करकार में विदेश मंत्री थे और दिल्ली में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि इजरायल को अवैध तरीके से कब्जाई गई फिलिस्तीन की जमीन को खाली कर देना चाहिए. अपने भाषण में उन्होंने कहा, माना जाता था कि जनता पार्टी की सरकार बनी है, यह सरकार अरब का समर्थन नहीं करेगी, यह इजरायल को सपोर्ट करेगी. आदरणीय मोरारजी भाई ने स्थिति साफ कर दी है. गलतफहमी को दूर करने के लिए मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैं हर प्रश्न को उसके गुण और दोष के आधार पर देखता हूं. लेकिन मिडल ईस्ट के बारे में, स्थिति साफ है कि जिस अरब भूमि पर इजरायल ने कब्जा किया है, उसे खाली करना होगा.
वीडियो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए पीएमओ में डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशन रहे सुधींद्र कुलकरणी ने 8 अक्टूबर को ट्वीट किया.