बेंगलुरु के एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को T20I क्रिकेट इतिहास का पहला डबल सुपर ओवर खेला गया. भारत और अफगानिस्तान के बीच हुए इस ऐतिहासिक मुकाबले में जमकर ड्रामा ((Super Overs Drama) देखने को मिला.भारतीय टीम ने तीसरे और अंतिम टी20 मुकाबले के दूसरे सुपर ओवर में अफगानिस्तान को 10 रन से हराकर तीन मैचों की टी20 सीरीज में 3-0 क्लीन स्वीप हासिल कर ली. कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 121) और रिंकू सिंह (नाबाद 69) के बीच 190 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत ने 212/4 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में अफगानिस्तान भी 20 ओवरों में 212/6 का स्कोर बमाने में कामयाब रहा और मुकाबला सुपर ओवर में चला गया. लेकिन मैच में एक भी ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ.
पहले सुपर ओवर में अफगानिस्तान की टीम 16 रन ही बना सकी और भारत को जीत के लिए 17 रनों का लक्ष्य मिला. लेकिन मेजबान टीम भी 16 रन ही बना सकी, जिससे की मुकाबला टाई हो गया और मैच दूसरे सुपर में चला गया. दूसरे में सुपर ओवर में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 11 रन का स्कोर बनाया और फिर लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की शानदार गेंदबाजी के दम पर अफगानिस्तान को 10 रन से हरा दिया.
इस बीच, दूसरे सुपर ओवर में रोहित की बल्लेबाजी को लेकर विवाद (Rohit Sharma Controversy) छिड़ गया. भारतीय कप्तान ने पहले सुपर ओवर में बल्लेबाजी की लेकिन आखिरी गेंद पर रिंकू सिंह को लाने के लिए उन्होंने खुद को रिटायर आउट कर लिया मैदान से बाहर पवेलियन लौट गए. रोहित ने ऐसा इसलिए ताकि रिंकू सिंह दूसरे छोर पर रहे क्योंकि रिंकू विकेटों के बीच बेहतर दौड़ लगाते हैं. लेकिन जब दूसरे सुपर ओवर में रोहित बल्लेबाजी करने आए तो अफगानिस्तान के खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ ने अंपायर से बहस करनी शुरू कर दी. इसके बावजूद रोहित ने दूसरे सुपर ओवर की पहली दो गेंदों पर छक्का और चौका लगाया, जो निर्णायक साबित हुआ.
भारत के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने मैच के बाद कहा कि रोहित को ऐसा नहीं करना चाहिए था क्योंकि वह पहले सुपर ओवर में रिटायर्ड आउट हुए थे ना कि रिटायर्ड हर्ट. उन्होंने कहा, ” रोहित शर्मा रिटायर्ड आउट हो गए थे और फिर भी वह दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने आए. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था क्योंकि वह रिटायर्ड ‘आउट’ था न कि ‘रिटायर्ड हर्ट’. मुझे लगता है कि यह कुछ ऐसा है जिसे अंपायरों ने मिस कर दिया.”
एमसीसी की खेल नियमों के अनुसार, कोई भी बल्लेबाज जो पिछले सुपर ओवर में आउट हो गया था, वह अगले सुपर ओवर में बल्लेबाजी नहीं कर सकता (सुपर ओवर टाई होने की स्थिति में)। यहां, रोहित को सुपर ओवर में दूसरी बार बल्लेबाजी करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी क्योंकि वह ‘रिटायर्ड हर्ट’ नहीं थे। उन्होंने इस मामले में खुद को रिटायर आउट कर लिया था.
25.4.2- अगर कोई बल्लेबाज किसी बीमारी, चोट या किसी स्वास्थ समस्या के कारण रिटायर्ड होता है तो फिर रिटायर्ड हर्ट माना जाएगा और फिर वह अगली पारी में फिर से बल्लेबाजी भी कर सकता है. लेकिन अगर बैटर फिर से बैटिंग करने नहीं आ सका तो उसे ‘रिटायर्ड नॉटआउट’ ही माना जाएगा.
25.4.3- अगर कोई बैटर ‘रूल नंबर 25.4.2’ के अलावा किसी और कारण से पवेलियन लौटता है तो उसे ‘रिटायर्ड आउट’ माना जाएगा. यानी के बैटर पारी में फिर से बैटिंग नहीं कर सकता.
सुपर ओवर का नियम ये कहता है कि एक सुपर ओवर में आउट हुआ बैटर दूसरे सुपर ओवर में बैटिंग नहीं कर सकता. रोहित पहले सुपर ओवर में रिटायर्ड आउट हुए थे, इसलिए नियमों के अनुसार उन्हें दूसरे सुपर ओवर में बैटिंग का हक नहीं था. बावजूद इसके वह बैटिंग करने आए और टीम के लिए 11 रन भी बनाए, जो जीत-हार का अंतर पैदा करने के लिए काफी था.