महादेव एप घोटाले में नया टर्न आ गया है. ईडी की टीम ने शनिवार को भिलाई के आरटीओ अफसर राजेश मिश्रा के घर दबिश दी है. ईडी के रेड के दौरान राजेश मिश्रा अपने घर में नहीं मिले. टीम ने राजेश मिश्रा के घरवालों से पूछताछ की है.

रायपुर/दुर्ग-भिलाई: ईडी की टीम ने शनिवार की रात आरटीओ एजेंट का काम करने वाले राजेश मिश्रा के घर पर दबिश दी. ईडी की टीम ने हाउसबोर्ड स्थित राजेश मिश्रा के घर पर दबिश देकर परिवार वालों से पूछताछ की. जिस एजेंट के घर ईडी की टीम ने रेड की उसके पिता राधामोहन मिश्रा भी पूर्व में आरटीओ एजेंट का काम किया करते थे. दरअसल महादेव एप केस में जिस पुलिस आरक्षक भीम सिंह यादव को ईडी की टीम ने गिरफ्तार किया है उस भीम सिंह के लिंक राजेश मिश्रा से जुड़े हैं. जांच टीम अब राजेश मिश्रा से भीम सिंह के लिंक का तार तलाश रही है. सूत्रों के मुताबिक जिस वक्त प्रवर्तन निदेशायल के अधिकारी राजेश मिश्रा के एचआईजी आवास पहुंचे उस वक्त राजेश अपने घर पर मौजूद नहीं था. जिसके बाद परिजनों से ईडी की टीम ने पूछताछ की है.

आरक्षक की पत्नी को ईडी ने दिया था समन: ईडी की टीम ने दुर्ग में कार्रवाई से पहले दुर्ग में ही गिरफ्तार आरक्षक भीम सिंह यादव की पत्नी को पूछताछ के लिए समन भेजा था. भीम सिंह की पत्नी पर आरोप है कि उसके खाते में बड़ी बड़ी रकमों का ट्रांजेक्शन हुआ है. ईडी की टीम जब भीम सिंह यादव के घर पर उनकी पत्नी को समन देने गई तो वो भी घर पर मौजूद नहीं थी. भीम सिंह यादव के घर पर ताला लटका मिला था. टीम ने यादव के घर पर समन का नोटिस चस्पा कर दिया था.महादेव एप से जुड़े हैं सभी के तार: देश की चर्चित महादेव एप घोटाले की जांच से सभी लोगों के तार जुड़े हैं. महादेव एप के जरिए करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने वाले सौरभ चंद्राकर तक अभी तक ई़डी नहीं पहुंच पाई है. कुछ दिनों पहले ही दुबई में सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल की मदद से नजरबंद कर लिया गया है. महादेव एप के पैसों को लेकर बीजेपी ने चुनाव के दौरान कांग्रेस और भूपेश बघेल पर बड़े आरोप लगाए थे. विधानसभा चुनाव के दौरान महादेव एप बड़ा मुद्दा भी बना था. खुद पीएम और अमित शाह ने चुनाव के दौरान दोषियों को पकड़े जाने पर जेल भेजने की बात कही थी.

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