Toran Kumar reporter..17.7.2023/✍️
इटावा के सैफई मेडिकल विश्वविद्यालय के डॉक्टरों के द्वारा मरीजों के साथ मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है। सैफई विश्वविद्यालय में पहले भी डॉक्टरों, स्टाफ के द्वारा मरीज और तीमारदारों के साथ मारपीट के मामले सामने आते रहे हैं। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कुलपति ने जांच के आदेश दिए हैं।
ईश्वर का रूप कहे जाने वाले डॉक्टर आज के कलयुग में हैवान बन जाए तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है। वह इसलिए कि आज के कलयुगी डॉक्टर पैसों की चमक, दमक और घमंड के कारण अपने को रसातल का असली भगवान समझ बैठे हैं। मामला सैफई विश्वविद्यालय के ऑर्थो विभाग की यूनिट-2 से जुड़ा हुआ है। जहां पर दो जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर दो अलग आलग वायरल वीडियो में गरीब मरीजों के साथ हैवानियत का रूप दिखाकर थप्पड़बाजी करते नजर आ रहे हैं।
एक वायरल वीडियो 10 जुलाई और दूसरा 11 जुलाई बताया जा रहा है। जहां पर फिरोजाबाद और मैनपुरी के दो अलग अलग मरीजों के साथ इस थप्पड़काण्ड को जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा अंजाम दिया गया है। जब मामला कुलपति के पास पहुँचा तो वही पुराना घिसा पिटा जवाब की जाँच कर कार्यवाही की जायेगी। पीड़ित गुड्डू ने डॉक्टर के द्वारा मारपीट की बात की पुष्टि भी की है।
धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों का यह भी एक रूप…!#इटावा के बताए जा रहे #viralvideo pic.twitter.com/cbrgoKUaFB
— Himanshu Tripathi (@himansulive) July 16, 2023
मरीजों पर क्यों फूटा जेआर डॉक्टरों का गुस्सा
रसूलाबाद जनपद फिरोजाबाद निवासी गुड्डू खान का एक्सीडेंट हो जाने की वजह से फिरोजाबाद से सैफई इसलिए ऑपरेशन की वजह से भर्ती हुए थे कि वह गरीब थे और इस उम्मीद से यहां आए थे कि उनको यहां सस्ता और अच्छा इलाज मिलेगा। लेकिन उनको क्या पता कि इस अस्पताल में उनको इलाज के साथ थप्पड़ भी मिलेंगे।
वह भी धरती के कहे जाने वाले भगवान से इन्वेस्टिगेशन न होने की वजह से झल्लाए जे आर डॉक्टर दास जो ओर्थो विभाग की यूनिट 2 के डॉक्टर है। उस गरीब मरीज की वेबजह थप्पड़ों से पिटाई का मामला 10 जुलाई की सुबह का बताया जा रहा है। मरीज गुड्डू खान रोता रह गया। दूसरा मामला 11 जुलाई का बताया जा रहा है।
जहां बेड नम्बर 18 पर भर्ती करहल जनपद मैनपुरी से आये मरीज सौरभ के साथ भी जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अमन ने किसी बात को लेकर उसपर थप्पड़ों की वारिश कर दी। यह अभी साफ नहीं हो पाया है, लेकिन कुछ लोगो ने बताया कि मरीज पर डॉक्टर ने शराब पिए होने का आरोप लगाया था। जिस वजह से डॉक्टर गुस्से में अपना आपा खो बैठे। मरीज भी डॉक्टर के थप्पड़ का जवाब ना देकर मजबूर होकर रह गए।
पूर्व में भी हो चुकी है मरीजो के साथ मारपीट
जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन एक्शन लेने में आज तक किसी कुलपति ने हिम्मत नहीं दिखाई, तत्कालीन कुलपति डॉक्टर राजकुमार के समय बीजेपी के एक नेता के साथ भी जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा पिटाई की गई थी। जिसमे डॉक्टरों के एफआईआर भी हुई थी लेकिन कार्रवाई शून्य रही थी।
पुलिसकर्मियों के सामने हुई मरीजो की पिटाई
एक वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि डॉक्टर मरीज पर थप्पड़ों की बारिश कर रहा है और कानून के रखवाले अपनी खाकी वर्दी में बैठे तमाशा देख रहे हैं। किसी की इतनी हिम्मत नहीं कि डॉक्टर से पूछे कि क्यों इस गरीब मरीज को वेबजह मार रहे हो, बहराल मामला विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों के पास पहुंचा तो कुलपति प्रभात कुमार ने जांच की बात कहकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।