14,567 फीट यानी 4,440 मीटर की ऊंचाई पर जहां सांस लेना भी मुश्किल होता है, वहां 1983 से दूरदराज के दुर्गम गांवों में आज भी चिट्ठियां पहुंचा रहा हिक्किम डाकघर।
14,567 फीट यानी 4,440 मीटर की ऊंचाई पर जहां सांस लेना भी मुश्किल होता है, वहां 1983 से दूरदराज के दुर्गम गांवों में आज भी चिट्ठियां पहुंचा रहा हिक्किम डाकघर।