छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव के सरकारी स्कूल में 11वीं-12वीं के लिये एक भी टीचर नहीं हैबच्चे टीचर नियुक्ति की माँग लेकर कलेक्टर के पास गये उन्होंने DEO के पास भेजाDEO ने दुत्कार कर कहा “ज़िंदगी भर जेल में रहोगे तो समझ में आएगा

राजनांदगांव कलेक्टर जन चौपाल के आयोजन शिक्षक मांगने गई छात्राओं को जिला शिक्षा अधिकारी ने फटकार लगाने का मामला सामने आया है। डीईओ की डांट के बाद कक्षा 12वीं की छात्राएं रोती हुई कलेक्टोरेट से बाहर निकली।

दरअसल राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम आलीवार में हाई स्कूल को दो वर्ष पूर्व हायर सेकेंडरी करते हुए कक्षा 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की गई लेकिन इस स्कूल में 11वीं 12वीं के लिए टीचर की पद स्थापना नहीं हुई। कक्षा ग्यारहवीं बच्चों ने जैसे तैसे पास कर लिया।

लेकिन अब कक्षा 12वीं में बोर्ड परीक्षा को देखते हुए उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए शिक्षक की आवश्यकता है जिसको लेकर आज कलेक्टर दर्शन में शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल अलीवारा की छात्राएं अपना हस्तलिखित ज्ञापन लेकर पहुंची इस दौरान उन्होंने कलेक्टर को शिक्षक की मांग के संबंध में ज्ञापन सोपा जिसके बाद कलेक्टर संजय अग्रवाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चों के प्रति अपनी उदारता दिखाई दी.

और दो दिवस के भीतर शिक्षकों की व्यवस्था किए जाने का उन्हें आश्वासन दिया और कलेक्टर ने उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजा। इसके बाद ज्ञापन देखकर जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूली छात्राओं को ही फटकार लगा दी छात्राओं ने अपने ज्ञापन में कहा था कि तीन दिवस के भीतर यदि स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था नहीं होती है तो सभी विद्यार्थी आंदोलन करेंगे और स्कूल में ताला लगा देंगे। शिक्षक की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं द्वारा ज्ञापन को देखते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक मांगने पहुंची छात्राओं को ही फटकार लगा दी कक्षा 12वीं बायो की छात्रा आरती साहू का कहना है कि दी होने ज्ञापन देखकर कहा कि बहस मत करो यहां से जाओ। आवेदन में यह सब लिखने कौन सिखाए उन्होंने यहां तक कह दिया कि जिंदगी भर जेल की हवा खाओगे तो समझ आएगा।

शिक्षक की मांग करने का छात्राओं को देव के द्वारा फटकार लगाने के मामले में उनके साथ गए परिजनों ने इसे लेकर नाराज की जाहिर की है आलीवारा के शिवकुमार यादव ने कहा कि डीईओ ने बच्चों को इस तरह से डांटे है कि बच्चे रोते हुए बाहर आये हैं। सेकेंडरी स्कूल आलीवारा में विज्ञान, कला संकाय की कक्षाएँ संचालित है । लेकिन शासन के द्वारा एक भी व्याख्याता की नियुक्ति यहां नहीं की गई है । जिससे अध्यापन व्यावस्था ठीक से नहीं हो पा रही है ।

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