मुंबई: लंबे समय से चल रही मराठा आंदोलन अब समाप्त होने जा रहा है। मराठा आरक्षण के नेता मनोज जरांगे पाटिल ने इस बात की पुष्टि की है। मनोज जरांगे पाटिल ने कहा है कि वह आज सुबह इस आंदोलन को समाप्त कर देंगे, उनका विरोध भी अब समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि सीएम शिंदे ने हमारा अनुरोध स्वीकार कर लिया है, इसलिए अब हम अपना आंदोलन आज समाप्त कर देंगे। बता दें कि मनोज जरांगे पाटिल शनिवार को सीएम शिंदे की मौजूदगी में अपना आंदोलन समाप्त करेंगे। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद दी है। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अच्छा काम किया है। हमारा विरोध अब खत्म हो गया है। हमारा अनुरोध स्वीकार कर लिया गया है। हम उनका पत्र
स्वीकार करेंगे।
Navi Mumbai, Maharashtra: Maratha Reservation activist Manoj Jarange Patil says, "Chief Minister Eknath Shinde has done a good job. Our protest is now over. Our request has been accepted. We will accept the letter from him. I will drink juice by the hands of the Chief Minister… pic.twitter.com/TAhS6ZANKj
— ANI (@ANI) January 26, 2024
जरांगे ने सरकार को दी थी चेतावनी
बता दें कि मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने शुक्रवार को सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि जब तक समुदाय को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण नहीं मिल जाता, तब तक वह अपना आंदोलन बीच में समाप्त नहीं करेंगे। हालांकि महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने दावा किया था कि कार्यकर्ता की मांगें स्वीकार कर ली गई हैं। जरांगे एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद पड़ोसी नवी मुंबई के वाशी इलाके में शिवाजी चौक पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रहे थे। कार्यकर्ता ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें
कुछ दस्तावेज दिए हैं, जिन पर वह अपने समर्थकों के साथ चर्चा करके अपनी भविष्य की रणनीति की घोषणा करेंगे।
आज खत्म हो जाएगा आंदोलन
वहीं अब आज मनोज जरांगे पाटिल की घोषणा के बाद यह तय हो गया है कि मराठा आरक्षण आंदोलन पर सरकार के साथ सहमति बन गई है और आज इसे समाप्त कर दिया जाएगा। मनोज जरांगे पाटिल ने आज खुद इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि सीएम एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में वह अपना आंदोलन समाप्त करेंगे। राज्य के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर का कहना है कि जरांगे की मांगें मान ली गई हैं और उन्हें सरकारी प्रक्रिया के अनुसार पूरा किया जाएगा। शिक्षा मंत्री का कहना है कि अब तक 37 लाख कुनबी प्रमाण पत्र दिये जा चुके हैं और यह संख्या 50 लाख तक जायेगी।