महाराष्ट्र में एक बार फिर ‘समंदर’ की वापसी हो गई है. BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित समारोह में महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने फडणवीस को मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे-अजित पवार को डिप्टी CM पद की शपथ दिलाई. महायुति गठबंधन के चुनाव में प्रचंड जीत के बाद से फडणवीस का एक बयान जमकर वायरल हुआ. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद विधानसभा सत्र के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने शायराना अंदाज में कहा था कि ‘मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना. मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा.’ मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे से काफी खींचतान हुई लेकिन आखिरकर फडणवीस ने बाजी मार ली.
शपथ शमारोह में कौन-कौन पहुंचा?
देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी पहुंचे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और चिराग पासवान भी शामिल हुए.
इन हस्तियों ने भी की शिरकत
मुकेश अंबानी, अनंत अंबानी, राधिका मर्चेंट, अनिल अंबानी, कुमार मंगलम बिरला, संजय दत्त, सलमान खान, शाहरुख खान, सचिन तेंदुलकर, रणबीर कपूर, रणबीर सिंह, माधुरी दीक्षित भी देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा बनें.
BJP की प्रचंड जीत
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने और 23 नवंबर को उसके परिणाम सामने आने के करीब दो हफ्ते बाद तक मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस रहा, लेकिन आखिरकर देवेंद्र फडणवीस शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को पीछे छोड़ने में कामयाब रहे. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 132 सीट जीतने के साथ ही BJP के सबसे मजबूत होकर सामने आने के बाद फडणवीस (54) इस पद के प्रबल दावेदार बनकर उभरे थे. वह नागपुर दक्षिण पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. अपने घटक दलों शिवसेना और NCP के साथ मिलकर BJP नीत महायुति गठबंधन के पास विधानसभा में 230 सीटें हैं.
शपथ ग्रहण समारोह से पहले फडणवीस ने सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. बुधवार को फडणवीस ने सरकार गठन का औपचारिक दावा करने के लिए शिंदे और पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की थी और घटक दलों के समर्थन वाले पत्र सौंपे थे. बुधवार को उससे पहले बैठक में फडणवीस को BJP विधायक दल का नेता चुना गया था.
पहले 2 बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं फडणवीस
फडणवीस दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उन्होंने 2014 से 2019 तक 5 साल तक भाजपा-शिवसेना सरकार का नेतृत्व किया था. इसके बाद साल 2019 के चुनाव के बाद जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद को लेकर BJP से नाता तोड़ लिया था, तब बाद में फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने थे. लेकिन यह सरकार महज 72 घंटे चली, क्योंकि अजित पवार पर्याप्त संख्या में NCP विधायकों का समर्थन नहीं हासिल कर पाये थे.
पिछली सरकार में बने थे डिप्टी CM
जब शिवसेना में विभाजन के बाद शिंदे के नेतृत्व में महायुति सरकार सत्ता में आई तब फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने. बाद में शरद पवार की अगुवाई वाली NCP में विभाजन कर अजित पवार अलग हो गए और वह इस महायुति सरकार में दूसरे डिप्टी सीएम के रूप में शामिल हो गये. अजित पवार (65) छठी बार उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
कैसा रहा फडणवीस का सियासी सफर?
महाराष्ट्र के नागपुर में 22 जुलाई 1970 को जन्में देवेंद्र फडणवीस साल 2001 में भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने. साल 1992 में वह पहली बार पार्षद के पद पर निर्वाचित हुए. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. साल 2013 में वह महाराष्ट्र में BJP की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने. साल 2014 में तब पहला मौका था जब फडणवीस मुख्यमंत्री बने. इसके बाद वह साल 2019 में भी राज्य के मुख्यमंत्री बने. 2022 में पहला मौका था जब उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया था.
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