PM मोदी 28 मई को राष्ट्र को समर्पित करेंगे संसद का नवनिर्मित भवन, ऐतिहासिक राजदंड रखा जाएगा, विपक्ष के विरोध के बीच बोले अमित शाह

Toran Kumar reporter..24.5.2023/✍️

New Parliament building inauguration: कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों के संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार के बयान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे. कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों के एकजुट होकर संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की आज बुधवार को संयुक्त घोषणा के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, पीएम नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे. गृह मंत्री शाह ने कहा कि संसद में राजदंड ( सेंगोल) रखने की अनोखी परंपरा भी निभाई जाएगी

शाह ने कहा इस नई संचरना को रिकॉर्ड समय में बनाने के लिए करीब 60,000 श्रमयोगियों ने अपना योगदान दिया है. इस अवसर पर पीएम सभी श्रमयोगियों का सम्मान भी करेंगे. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, संसद भवन के उद्घाटन समारोह के इस अवसर पर एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी. इसके पीछे युगों से जुड़ी हुई एक परंपरा है. इसे तमिल में सेंगोल कहा जाता है और इसका अर्थ संपदा से संपन्न और ऐतिहासिक है. 14 अगस्त 1947 को एक अनोखी घटना हुई थी. इसके 75 साल बाद आज देश के अधिकांश नागरिकों को इसकी जानकारी नहीं है.

शाह ने कहा, सेंगोल ने हमारे इतिहास में एक अहम भूमिका निभाई थी. यह सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था. इसकी जानकारी पीएम मोदी को मिली तो गहन जांच करवाई गई. फिर निर्णय लिया गया कि इसे देश के सामने रखना चाहिए. इसके लिए नए संसद भवन के लोकार्पण के दिन को चुना गया.

19 विपक्षी दलों ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की

बता दें कि कांग्रेस समेत विपक्ष के 19 दलों ने आज बुधवार को एकजुट होकर संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है. इसके लिए एक संयुक्त बयान भी जारी किया है. कांग्रेस समेत विपक्ष के 19 दलों ने अपने एक साझा बयान में कहा कि वे संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का सामूहिक बहिष्कार करेंगे क्योंकि इस सरकार में संसद से लोकतंत्र की आत्मा को निकाल दिया गया है.

विपक्ष के 19 दलों का संयुक्त बयान

कांग्रेस समेत विपक्ष के 19 दलों ने एक संयुक्त बयान में यह आरोप भी लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उद्घाटन समारोह से दरकिनार करना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन करने का फैसला लोकतंत्र पर सीधा हमला है. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, द्रमुक, समाजवादी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल और कई अन्य विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी किया है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन करेंगे.

विपक्षी दलों से फिर से विचार करने की अपील करूंगा: संसदीय कार्य मंत्री

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 19 विपक्षी दलों द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को बहिष्कार किए जाने पर कहा, यह ऐतिहासिक क्षण है. इसमें राजनीती नहीं करनी चाहिए. बहिष्कार कर एक बिना-बात का मुद्दा बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं उनसे अपने इस निर्णय पर फिर से विचार करने की अपील करूंगा और कृपया कर इसमें शामिल हों. स्पीकर संसद का संरक्षक होता है और स्पीकर ने प्रधानमंत्री को अमंत्रित किया है.

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