नई दिल्ली. भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (48 किग्रा) ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीत कर देशवासियों को एक बार फिर जश्न मनाने का मौका दिया है. उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीत एक और खास उपलब्धि अपने करियर में हासिल की. इससे पहले भी वह दो बार पोडियम पर रह चुकी हैं. भारत की शान इस एथलीट ने 2017 में वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता था जबकि 2022 की सिल्वर मेडलिस्ट रही थी.
मीराबाई चानू ने वर्ल्ड चैंपियनशिप कुल 199 किग्रा (स्नैच में 84 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा) उठाकर इस बार भारत के लिए फिर से मेडल पक्का किया. चानू ने 49 किग्रा वर्ग से नीचे आकर यह उपलब्धि हासिल की. स्नैच में चानू को संघर्ष करना पड़ा और वह दो बार 87 किग्रा उठाने में असफल रहीं, लेकिन क्लीन एंड जर्क में उन्होंने अपनी लय वापस पाई और तीनों प्रयासों में सफल रहीं.
क्लीन एंड जर्क में पूर्व वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर चानू ने 109 किग्रा, 112 किग्रा और 115 किग्रा का वजन आसानी से उठाया. आखिरी बार उन्होंने 115 किग्रा का वजन टोक्यो ओलंपिक 2021 में उठाया था, जहां उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था. मुख्य कोच विजय शर्मा ने पहले पीटीआई को बताया था कि इन वर्ल्ड चैंपियनशिप का उद्देश्य 200 किग्रा का मार्क पार करना और 49 किग्रा वर्ग में चानू द्वारा उठाए गए वजन को फिर से उठाना था.
उत्तर कोरिया की री सोंग गुम ने 213 किग्रा (91 किग्रा 122 किग्रा) के प्रभावशाली प्रयास के साथ गोल्ड मेडल जीता, जिसमें उन्होंने कुल वजन और क्लीन एंड जर्क में नए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए. उन्होंने अपने आखिरी दो प्रयासों में 120 किग्रा और 122 किग्रा का वजन उठाया. थाईलैंड की थन्याथोन सुकचारोएन ने 198 किग्रा (88 किग्रा 110 किग्रा) के कुल वजन के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता.