बड़ा हादसा टला! पैसेंजर ट्रेन में भीषण आग से अफरा-तफरी, छिंदवाड़ा-इंदौर पैसेंजर रद्द

बैतूल जिले से छिंदवाड़ा जाने वाले पैसेंजर ट्रेन में आज भीषण लग गई. इस हादसे में ट्रेन के दो डिब्बे जलकर खाक हो गए. जबकि एक डिब्बा आंशिक रूप से जला है. आग लगने की सूचना पाकर पहुंची फायर ब्रिगेड काम नहीं आई. घटना के बाद रेलवे की सेल्फ प्रोपेल्ड ट्रेन से इस आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. साथ ही इस ट्रेन को आज स्थगित कर दिया गया है.

बता दें कि यह घटना बैतूल-छिंदवाड़ा पैसेंजर ट्रेन में हुई है. बताया जा रहा है कि यह ट्रेन दोपहर 12.30 बजे बैतूल पहुंचती है. इसके बाद इसे लूप लाइन पर खड़ी कर दिया जाता है. शाम 4 बजे यह ट्रेन बैतूल से वापस छिंदवाड़ा के लिए निकलती है. आज भी शाम 4 बजे रवाना करने के लिए इसे प्लेटफॉर्म पर लिया जा रहा था. इसी दौरान मलकापुर आउटर सिग्नल की ओर माचना नदी के पुल के पार अचानक ट्रेन की दो बोगियों में अज्ञात कारणों से आग लग गई. देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया. घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रबंधन में हड़कंप मच गया और रेलवे कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे. आनन-फानन में ट्रेन की दोनों बोगियों को छोड़कर शेष बोगियों को अलग किया गया. 

काम नहीं आई फायर ब्रिगेड
घटना की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड को भी कॉल किया गया था, फायर ब्रिगेड मौके पर भी पहुंच गई. लेकिन यह ट्रेन जिस जगह खड़ी थी, वहां तक फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच सकती थी, यही वजह है कि फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुंचने के बावजूद उससे आग नहीं बुझाई जा सकी. इस दौरान पड़ोस के खेत मालिक ने अपने मोटर पंप चालू कर जलती बोगियों के पास पानी की व्यवस्था की, जिससे पार्टियों के सहारे आग पर काबू करने का प्रयास किया गया. लेकिन आग इतनी विकराल थी कि इस पर काबू नहीं पाया जा सका.

बड़ी लापरवाही की तरफ इशारा
इस ट्रेन में लगी आग के बाद इसे बड़ी लापरवाही की वजह माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि ट्रेन छिंदवाड़ा जाने के लिए यार्ड की ओर भेजी गई थी, जिसे मुख्य लाइन पर लिया जाना था. इस दौरान इसकी सुरक्षा के लिए यहां कोई मौजूद नहीं था. ट्रेन की अधिकांश बोगिया खुली हुई थी. ऐसे में असमाजिक तत्वों की शरारत से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.

ट्रेन स्थगित
यह ट्रेन 4 बजे छिंदवाड़ा के लिए रवाना होती है, जो रात में छिंदवाड़ा से इंदौर के लिए रवाना होती है. इसमें लगी आग के बाद आज इस ट्रेन को स्थगित कर दिया गया है. ट्रेन के स्थगित होने से सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी तरह आज इंदौर जाने वाले यात्रियों को भी दिक्कतें पेश आ सकती है.

25 नवंबर को है जीएम का दौरा 
बैतूल में आगामी 25 नवंबर को जीएम का दौरा है. इस बीच हुई इस घटना से रेल प्रबंधन के हाथ पैर फूल गए है. जानकारों का मानना है कि ट्रेन में आग सुरक्षा कारणों की चूक है. इसकी जिम्मेदारी आरपीएफ की है. घटना के समय आरपीएफ कमांडेंट भी मौके पर मौजूद थे. लेकिन वे कुछ भी कहने से बचते रहे. आरपीएफ के बैतूल प्रभारी ने भी कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. वहीं स्टेशन मास्टर ने भी कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.

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