गरियाबंद जिले के छुरा क्षेत्र में एक ही दिन में एक ही गाँव में दो शव मिलने से गाँव में मातम पसर गया। हादसे में एक युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गई वहीं 12 दिन से लापता वृद्ध का शव जंगल की सीमा पर मिला है। सुबह से लेकर दोपहर तक दो अलग-अलग शव मिलने की सूचना ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया।
छुरा ब्लाक के रसेला गांव में सुबह पहला मामला सामने आया, जब रसेला निवासी हिरा सिंग पिता बीर सिंह ठाकुर का शव ढोडगा तालाब में मिला। ग्रामीणों ने तालाब के किनारे कपड़े और चप्पल देखकर इसकी सूचना तुरंत छुरा थाना को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकलवाकर मर्ग कायम किया।
स्थल निरीक्षण और परिजनों के बयान में सामने आया कि हिरा सिंग लंबे समय से मिर्गी से पीड़ित था और कई बार दौरा पड़ चुका था। परिजनों का कहना है कि बीमारी के कारण उन्हें सामान्य घर-परिवार के कामों में भी सावधानी रखनी पड़ती थी। आशंका जताई जा रही है कि अचानक दौरा पड़ने से, तालाब में गिर कर उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। उसकी मौत से पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया।
वृद्ध का शव जंगल में मिला
एक घटना सामने आई ही थी इसी बीच गांव के दूसरे छोर पर कुछ किलोमीटर दूर एक और दुखद घटना ने सभी को भीतर तक झकझोर दिया। रसेला के ही बुजुर्ग गोविंद पिता कवि मांझी नामक बीते 10–12 दिनों से लापता थे। परिवार ने कई दिनों तक गांव, खेत, सड़क और आसपास के जंगलों में खोजबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अंतत: परिजनों ने छुरा थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
रविवार को भी परिजनों की खोज जारी थी, उसी दौरान कुडेरादादर के जंगल की सीमा में एक शव देखे जाने की खबर मिली। जब परिजन मौके पर पहुंचे तो पुष्टि हुई कि वह गोविंद मांझी का ही शव था।
परिजनों के अनुसार गोविंद मांझी की मानसिक स्थिति पहले से ठीक नहीं थी, वे अक्सर घर से बिना बताए घूमने निकल जाते थे। शव की हालत बेहद क्षत-विक्षत थी। करीब 8–10 दिन पुराने शव को जंगली जानवरों और कुत्तों ने काफी हद तक नुकसान पहुंचा दिया था। शव को जितना संभव हो सका, प्लास्टिक में पैक कर ग्रामीणों की मदद से गरियाबंद भेजा गया, लेकिन जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि इतनी खराब स्थिति वाले शव का पोस्टमार्टम वहीं संभव नहीं है। जिसे रायपुर मेकाहारा रेफर किया गया।
इन लगातार दो घटनाओं ने पूरे इलाके में चिंता का माहौल बना दिया है। पुलिस ने दोनों मामलों में मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है। अधिकारी जल्द ही मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा होने की बात कह रहे हैं। फिलहाल गांव में शोक, खामोशी और दोनों परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति का माहौल बना हुआ है।

