UP की राजधानी लखनऊ के वजीरगंज इलाके में पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को दबोचा है, जो खुद को कभी “कैबिनेट स्पेशल सेक्रेटरी” तो कभी “अर्बन-रूरल डेवलपमेंट सेक्रेटरी” बताकर सरकारी रौब झाड़ता था। आरोपी सौरभ त्रिपाठी, मऊ का रहने वाला है, और उसके पास से 6 लग्जरी गाड़ियां डिफेंडर, फॉर्च्यूनर, इनोवा आदि मिली।
🚨 गिरफ्तारी ऐसे हुई..
कारगिल शहीद पार्क के पास चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक गाड़ी रोकी। पीछे बैठे सौरभ ने खुद को IAS बताया और फर्जी पहचान पत्र दिखाकर दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन शक होने पर जब दस्तावेजों की जांच हुई, तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
🕵️♂️ क्या-क्या मिला…
- फर्जी IAS ID और विजिटिंग कार्ड
- लाल-नीली बत्ती लगी गाड़ियां
- सचिवालय पास और NIC की फर्जी ईमेल ID
- लैपटॉप, नकदी, मोबाइल, पेन ड्राइव और फर्जी दस्तावेजों का जखीरा।
कई राज्यों में फैला नेटवर्क..
सौरभ त्रिपाठी ने सरकारी कार्यक्रमों में VIP बनकर हिस्सा लिया, सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर खुद को ऊंचे पदों पर दिखाया। पुलिस को शक है कि उसका ठगी का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला है।
⚖️ कानूनी शिकंजा कस गया…
वजीरगंज पुलिस ने IPC की कई धाराओं और IT एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब जांच चल रही है कि किन-किन लोगों को ठगा गया और कौन-कौन इस रैकेट में शामिल है।