प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह अवैध खनन मामले में हरियाणा कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और अन्य से जुड़े 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी. दिलबाग सिंह इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के समधी भी हैं. करीब 4 साल पहले दिलबाग सिंह की बेटी की शादी अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला के साथ हुई थी.
ईडी टीमों ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत गुरुवार सुबह एक साथ सोनीपत में कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार के सेक्टर-15 स्थित आवास, उनके सहयोगी सुरेश के घर, भाजपा नेता व करनाल के पूर्व डिप्टी मेयर मनोज वधवा के सेक्टर-13 स्थित आवास और यमुनानगर में इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर, कार्यालय व फार्म हाउस पर दबिश दी.
Directorate of Enforcement (ED) recovered illegal foreign-made arms, more than 100 liquor bottles & 5 crore cash and other materials have been recovered including several properties in India & abroad from Dilbag Singh Ex-MLA & his associate's premises: ED pic.twitter.com/dctSya8JEJ
— ANI (@ANI) January 5, 2024
ईडी सूत्रों ने शुक्रवार सुबह बताया कि कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह और उनके सहयोगियों के ठिकानों से अवैध विदेशी हथियार, 300 कारतूस, 100 से अधिक शराब की बोतलें और 5 करोड़ नकद, 4/5 किलोग्राम सोने के बिस्किट बरामद किए गए हैं. साथ ही भारत और विदेश में कई संपत्तियों के बारे में पता चला है. सुरेंद्र पंवार के आवास पर पिछले 24 घंटे से ईडी की छापेमारी जारी है.
ईडी के अधिकारी अवैध खनन व ई रवाना स्कैम से जुड़े मामले में कांग्रेसी विधायक से जानकारी जुटा रहे हैं. कल सुबह करीब 8 बजे अलग-अलग 5 गाड़ियों में ईडी के अधिकारी व सीआइएसएफ के जवान सुरेंद्र पंवार के घर पहुंचे थे. कोर्ट के आदेश के बाद ईडी ने इस मामले को लेकर एक एफआईआर दायर की थी. रेड के दौरान ईडी की टीम ने खनन कारोबार से जुड़े दस्तावेजों, बैंक खातों और जमीन से जुड़े मुख्य कागजातों की जानकारी जुटाई.
ईडी की कार्रवाई के दौरान कांग्रेस विधायक अपने आवास पर ही मौजूद थे. सुरेंद्र पंवार के आवास से ईडी के अधिकारियों को कुछ अहम सबूत मिले हैं. भाजपा नेता मनोज वधवा 2014 में इनेलो के टिकट पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ थे. उन्होंने 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा. दोनों ही बार उन्हों हार का सामना करना पड़ा था. वह इसके बाद बीजेपी में शामिल हो गए. सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार खनन कारोबार से जुड़े रहे हैं. वह हरियाणा के साथ राजस्थान में भी खनन का बिजनेस करते हैं.