Toran Kumar reporter..22.7.2023/✍️
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा (Rajendra Singh Gudha) को पद से बर्खास्त कर दिया है. गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा था, इसके कुछ ही घंटे बाद यह कार्रवाई हुई है. राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य मंत्री गुढ़ा को बर्खास्त करने के बारे में मुख्यमंत्री की अनुशंसा को राज्यपाल ने तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. राजभवन के बयान के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने आज शाम राज्यपाल कलराज मिश्र को राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ((Rajendra Singh Gudha VIDEO) को बर्खास्त करने की अनुशंसा की. इसमें कहा गया है कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री गहलोत की इस अनुशंसा को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है.
VIDEO में देखें मंत्री ने क्या कहा था….
गुढ़ा के पास इन मंत्रालयों का था प्रभार
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर है. राठौड़ ने बाद में ट्वीट में कहा, ‘राजस्थान में बहन-बेटियों के ऊपर हो रहे अत्याचारों व दुष्कर्म की असलियत स्वयं सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बता रहे हैं. संविधान के अनुच्छेद 164(2) के अनुसार मंत्रिमंडल सामूहिक उत्तरदायित्व के आधार पर काम करता है और मंत्री का बयान पूरे मंत्रिमंडल यानी सरकार का माना जाता है.’ गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग था.
#WATCH जिस तरह से मणिपुर की घटना थी वह शर्मसार कर देने वाली घटना थी है और उसकी निंदा होनी चाहिए। हमने बस इतना कहा था कि हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। हम 4 महिने बाद जनता के बीच में जाएंगे, हम जनता का सामना कैसे करेंगे? हमने बस गिरेबान की बात की थी, और कोई बात नहीं थी:… pic.twitter.com/R0RglYCAZ2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2023
BSP से कांग्रेस में हुए थे शामिल
मालूम हो कि गुढ़ा उन छह विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने 2018 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (BSP) की टिकट पर जीता था, लेकिन बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए. गुढ़ा को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. गुढ़ा उसके बाद खुलकर सचिन पायलट का समर्थन करते नजर आए और अपने कई बयानों से विवादों में रहे.