अस्पताल में महिलाओं की जांच की क्लिप यूट्यूब पर साझा की गई, जांच के आदेश

Toran Kumar reporter

राजकोट : गुजरात के राजकोट में एक प्राइवेट हॉस्पिटल से सीसीटीवी फुटेज लीक हुई, जिसमें एक महिला को इंजेक्शन देते हुई नर्स दिख रही है। स्त्री रोग विभाग में महिलाओं के इलाज का वीडियो यूट्यूब और टेलिग्राम पर भी शेयर किया गया, जिसके लाखों व्यूज मिले। इन वीडियोज से अस्पतालों में महिलाओं की प्राइवेटी का उल्लंघन हुआ है। अहमदाबाद और राजकोट साइबर क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, वीडियो को सोशल प्लेटफॉर्म से हटाया जा रहा है और आरोपियों की पहचान की जा रही है।

मेघा MBBS नाम से वीडियो किए गए अपलोड

अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक, राजकोट के रैया चौराहे पर स्थित अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज लीक होने का मामला सोमवार को आया। इस फुटेज में महिलाओं का स्त्री रोग संबंधी जांच दिखाया जा रहा है। कई महिलाओं के वीडियो यूट्यूब पर ‘मेघा MBBS’ नाम के चैनल पर अपलोड किए गए थे। कमेंट सेक्शन में टेलिग्राम के लिंक भी दिए गए थे, जहां से और भी वीडियो देखे जा सकते थे। इन लिंक्स में कुछ अश्लील कंटेंट देखने के लिए सब्सक्रिप्शन ऑफर भी दिए जा रहे थे।

https://twitter.com/azizkavish/status/1891772796922896456?t=xhZ2smWEEAKG3Z6hmPy11Q&s=19

यूट्यूब पर कई वीडियो

राजकोट के पुलिस उपायुक्त (क्राइम) डॉ. पार्थराज सिंह गोहिल ने बताया कि एक टीम अस्पताल से जानकारी जुटाने गई थी। साइबर क्राइम टीम ने पाया कि वीडियो सबसे पहले सितंबर 2024 में Telegram पर शेयर किए गए थे। फिर 6 जनवरी 2025 को यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए। एक वीडियो में एक महिला को इंजेक्शन लगाते हुए दिखाया गया है।

अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी हार्दिक मकड़िया ने बताया कि ऐसे वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करना प्राइवेसी का उल्लंघन है। आईटी एक्ट की धारा 66E और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए काम कर रही है। साथ ही, सभी प्लेटफॉर्म से वीडियो हटाने की भी कोशिश की जा रही है ताकि पीड़ित महिलाओं की प्राइवेसी बनी रहे।

गुजरात सरकार ने गंभीरता से लिया मामला

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता ऋषिकेश पटेल ने कहा कि उन्हें मीडिया रिपोर्ट्स के ज़रिए वीडियो लीक होने की जानकारी मिली। उन्होंने पुष्टि की कि अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच पूरी होने के बाद ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी। पटेल ने बताया कि इस केस में कुछ तकनीकी पहलू भी हैं, जिसकी जांच की जा रही है। क्या अस्पताल का CCTV सिस्टम हैक किया गया था? अस्पताल का पक्ष भी सुना जाएगा। पूरी जांच के बाद ही सरकार आगे की कार्रवाई तय करेगी। मंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीज़ों के इलाज वाले क्षेत्रों में निजता बनाए रखने के लिए सीसीटीवी नहीं लगाए जाते हैं। निजी अस्पतालों को भी पहले ऐसे ही दिशानिर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए गए थे।