Chhattisgarh:कवर्धा. कबीरधाम जिले में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के प्रयास से नक्सली न केवल मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं, बल्कि अब पढ़ाई लिखाई में भी विशेष ध्यान दे रहे हैं. साल 2021 में आत्मसमर्पण करने वाले दंपति लिबरू उर्फ दिवाकर और लक्ष्मी दिवाकर ने तकरीबन 12 वर्ष बाद दसवीं की ओपन परीक्षा दी, जिसमें दिवाकर 35 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुए हैं.
बताया जा रहा है लिबरु उर्फ दिवाकर कोर्राम 14 लाख का इनामी नक्सली था. 2021 में लिबरु ने समाज के मुख्यधारा पर जुड़े और वह अब बहुत खुश है. पूर्व नक्सली लिबरु ने पुलिस की नौकरी करने की मंशा जताई है. वहीं आज डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने पूर्व नक्सल दंपति से वीडियो काल में बात कर बधाई दी और पुनर्वास योजना का विस्तार करने पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया.
पूर्व में नक्सली रहे दिवाकर जी ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा पास कर ली उन्हें बहुत बहुत बधाई…
— Vijay sharma (मोदी का परिवार) (@vijaysharmacg) May 18, 2024
दिवाकर और उनकी पत्नी ने 17 वर्षों तक नक्सली के रूप में कार्य किया अब मुख्य धारा में समाज में एक अलग पहचान बना रहे हैं. दिवाकर जैसे कई युवा जो पहले भटक गए थे अपना भविष्य गढ़ने के लिए… pic.twitter.com/vfQeM8Qu2X
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए पुनर्वास योजना के तहत उन्हें मकान के लिए जमीन और पैसे देने का प्रावधान है. इसका लाभ मिलने से आने वाले दिनों में निश्चित ही अन्य माओवादी भी मुख्यधारा से जुड़ेंगे. उन्होंने बताया कि इस साल वनांचल में निवासरत 200 बैगा युवक युवतियों को भी ओपन परीक्षा का फार्म भरवाए गए, जिसमें अभी तक 140 बच्चों के पास होने की खबर है.