Toran Kumar reporter
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद कांग्रेस लगातार जनता के बीच में संघर्ष करती हुई नजर आ रही है. आज छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बंद का आह्वान किया है. बता दें कि कवर्धा जिले में 4 लोगों बंधक बनाकर आग के हवाले कर दिया गया था. जिसके बाद सियासत का पारा हाई हो गया था. हत्याकांड के बाद पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की थी.
कांग्रेस ने घेरा
मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी के ऊपर जमकर निशाना साधा था, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि प्रदेश में अपराध को रोकने में ये सरकार नाकाम साबित हो रही है. प्रदेश में डर और भय का माहल है, महिलाएं और बच्चे भी इस सरकार में सुरक्षित नहीं है, गृहमंत्री से अपना विधानसभा क्षेत्र नहीं संभाला जा रहा है, आगे बोलते हुए उन्होंने कह था कि हमने 21 सितंबर को बंद का ऐलान किया है.
वहीं इसे लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ख़राबी सिर्फ़ डिब्बों में नहीं हैं, इंजन को भी हटाना पड़ेगा. साहू समाज पूछ रहा है कि गृहमंत्री विजय शर्मा को क्यों नहीं हटाया जा रहा है? उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री के गृह ज़िले कबीरधाम में कलेक्टर और एसपी को आख़िरकार हटाना पड़ा, क्यों हटाना पड़ा? क्योंकि क़ानून व्यवस्था संभल नहीं रही थी, कितनी शर्मनाक बात है, वैसे भाजपा सरकार में यह आम बात हो चली है.
क्या था मामला
पूरा मामला छत्तीसगढ़ के कबीरधाम (कवर्धा) जिले के रेंगा खार थाना क्षेत्र के लोहारीडीह गांव का था. यहां एक युवक का शव फांसी के फंदे पर झूलता मिला था. ग्रामीणों ने युवक की हत्या के शक पर एक व्यक्ति के घर में चार लोगों को बंधक बनाकर आग लगा दी. इस आगजनी में एक शख्स की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि 3 लोगों को जैसे-तैसे बचा लिया गया था. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल था. कई लोगों को हिरासत में लिया गया था. पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया था.