आज 5 जनवरी को मुंबई में दाऊद इब्राहीम की चार संपत्तियां नीलाम होनी हैं. जिसमें दाऊद इब्राहिम का बचपन का घर और महाराष्ट्र के रत्नागिरी में उसके परिवार की तीन अन्य संपत्तियां शामिल हैं. नीलाम होने वाली चारों संपत्तियां मुंबके गांव में हैं और खेती के काबिल हैं. तस्करों और विदेशी मुद्रा हेरफेर (संपत्ति की जब्ती) अधिनियम (SAFEMA) के तहत इन संपत्तियों को जब्त कर लिया गया था.
SAFEMA के अनुसार, चारों प्लॉट रत्नागिरी में हैं और इनकी कुल कीमत 19 लाख रुपये से ज्यादा मानी जा रही है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि इन प्रोपर्टी को बेचने के लिए पहले भी कोशिशें की गईं, लेकिन उन्हें खरीदने के लिए तैयार नहीं था. क्योंकि ये जायदा दाऊद से ताल्लुक रखती हैं, इसलिए इनका खरीददार मिलना मुश्किल है. इसलिए SAFEMA ने इन्हें नीलाम करने का फैसला किया है.
#WATCH | Maharashtra | 1993 Mumbai bomb blast accused Dawood Ibrahim's four properties to be auctioned at the SAFEMA office under Revenue Department, Ministry of Finance. pic.twitter.com/MTIxUwIyVT
— ANI (@ANI) January 5, 2024
रिपोर्ट मुताबिक, इस नीलामी में हिस्सा लेने के लिए लोगों ने रजिस्ट्रेशन भी कराया, जिसकी लास्ट डेट 3 जनवरी थी.
पहले भी बेची जा चुकी हैं 11 संपत्तियां
पिछले नौ सालों में दाऊद या उसके परिवार की 11 संपत्तियां नीलाम की जा चुकी हैं. जिसमें ₹ 4.53 करोड़ में बेचा गया एक रेस्तरां, ₹ 3.53 करोड़ में बेचे गए छह फ्लैट और ₹ 3.52 करोड़ में बिकने वाला एक गेस्ट हाउस शामिल है
1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम धमाकों का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम, 1983 में मुंबई आने से पहले मुंबके गांव में रहता था. सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद उसने भारत छोड़ दिया.
भारत सरकार को क्यों है दाऊद की तलाश
12 मार्च, 1993 को मुंबई (तब बॉम्बे) सिलसिलेवार बम विस्फोटों से दहल गया था, जिसमें 257 लोग मारे गए थे, 700 से अधिक लोग घायल हुए थे और लगभग ₹ 27 करोड़ की संपत्ति नष्ट हो गई थी. दाऊद इसी का गुनाहगार है, जिसकी सजा देने के लिए भारत सरकार को उसकी तलाश है. महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर इसकी जांच का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया था.
क्या सच में दाऊद को जहर दिया गया था ?
दिसंबर 2023 के आखिर खबर आई थी कि दाऊद इब्राहीम को कराची में किसी अनजान शख्स ने जहर दे दिया है. लेकिन इस खबर पर किसी भी न्यूज एजेंसी या पाकिस्तानी मीडिया ने पुष्टि नहीं की थी. पाकिस्तानी सरकारी अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि हम ऐसी किसी अफवाहों का जवाब देना जरूरी नहीं समझते. हालांकि उसके बाद दाऊद की तबियत को लेकर कोई अपेडट नहीं आया.