साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के सभी कथावाचकों और बाबाओं के कैलेंडर अभी से बुक हो गए हैं। आलम यह है कि चाहे भाजपा हो या फिर कांग्रेस, हर कोई इनकी कथा का भव्य आयोजन करवाने में लगा हुआ है।
साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के सभी कथावाचकों और बाबाओं के कैलेंडर अभी से बुक हो गए हैं। आलम यह है कि चाहे भाजपा हो या फिर कांग्रेस, हर कोई इनकी कथा का भव्य आयोजन करवाने में लगा हुआ है।