Toran Kumar reporter..1.6.2023/✍️
छत्तीसगढ़ से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. यहां के बस्तर स्थित विख्यात कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में अब दुर्लभ प्रजाति का ‘माउस डियर’ नजर आया है जिसकी तस्वीर कैमरा ट्रैप में कैद हुई है. कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया है कि हाल ही में राष्ट्रीय उद्यान में दुर्लभ प्रजाति के ‘माउस डियर’ की तस्वीर कैमरा ट्रेप में कैद हुई है. भारतीय माउस डियर विशेष रूप से घनी झाड़ियों वाले नमी वाले जंगलों में रहते हैं. माउस डियर में चूहे-सुअर और हिरण के रूप और आकार का मिश्रण दिखाई देता है और बिना सींग वाले हिरण का एकमात्र समूह है. माउस डियर के शर्मीले व्यवहार और रात्रिकालीन गतिविधि के कारण इन पर विशेष अनुसंधान नहीं हुआ है. मुख्य रूप से दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में इसकी उपस्थिति है.
बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में दिखा हिरण प्रजाति का सबसे छोटा माउस डियर
— Bastar Talkies (@BastarTalkies) May 30, 2023
भारत में पाए जाने वाले हिरणों की 12 प्रजातियों में से माउस डियर विश्व में सबसे छोटे हिरण समूह में से एक है।वर्तमान में इन प्रजातियों को बचाने के प्रयास की आवश्यक्ता है। :@ranutiwari_17 pic.twitter.com/xTh2iX1Abf
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन के मुताबिक, ऐसे वन्यजीव के लिए उपयुक्त रहवास होने से और राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन द्वारा वन्य जीवों के संरक्षण हेतु लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान और स्थानीय लोगों की सहभागिता से माउस डियर जैसी दुर्लभ प्रजातियों की वापसी देखे जाने से राज्य शासन की वन्यजीव संरक्षण का उद्देश्य साकार हो रहा है. इससे पर्यटक आकर्षित होंगे तथा राष्ट्रीय उद्यान में सैलानियों की संख्या और अधिक बढ़ेगी.