Kartik Purnima Ganga Snan 2022: आज कार्तिक माह का आखिरी दिन है, आज ही के दिन कार्तिक पूर्णिमा भी मनाई जाती है. इस दिन स्नान-दान, लक्ष्मी-नारायण की पूजन की जाती है. लिहाजा उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक गंगा के किनारों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा हुआ है. गंगा नदी में पावन स्नान करने के लिए दूर जिलों से लोग गंगा के घाटों पर पहुंचे हुए हैं. यह नजारा हरिद्वार का है, हरिद्वार में आम तौर पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं लेकिन आज कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर यह संख्या कई गुणा बढ़ गई. नीचे वीडियो में आप लोगों की भीड़ को साफ देख सकते हैं
#WATCH उत्तराखंड: हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पावन स्नान किया। pic.twitter.com/LVNs8Dakey
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 8, 2022
कुछ ऐसी ही तस्वीर उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर में भी देखने को मिली, यहां भी अलसुबह से ही श्रद्धालु गंगा स्नान कर रहे हैं. सूर्योदय के बाद यह संख्या तेजी से बढ़ी है. प्रयागराज में संगम और वाराणसी के किनारे भी इसी तरह की भीड़ देखने को मिल रही है.
#WATCH उत्तर प्रदेश: गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पावन स्नान किया। pic.twitter.com/jlgyCcfpan
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इधर सरयू और गंडक नदी में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. मांझी के रामघाट, रिविलगंज के गोदना सेमरिया, सदर प्रखंड के चिरांद, दिघवारा के आमी घाट और सोनपुर के पहलेजा और सोनपुर में रात्रि 12 बजे से ही भाड़ी संख्या में श्ररधालुओ की भाड़ी भीड़ उमड़ी हुई है.
सरयू और गंडक नदी में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. मांझी के रामघाट, रिविलगंज के गोदना सेमरिया, सदर प्रखंड के चिरांद, दिघवारा के आमी घाट और सोनपुर के पहलेजा और सोनपुर में रात्रि 12 बजे से ही भाड़ी संख्या में श्ररधालुओ की भाड़ी भीड़ उमड़ी हुई है. pic.twitter.com/1vOCYEC5MS
— Nitesh Srivastava (@nitesh_sriv) November 8, 2022
इसके अलावा बिहार के हाजीपुर में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला. हाजीपुर के ऐतिहासिक कनाडा घाट स्नान करने की परंपरा कई हजार सालों से चली आ रही है, पिछले 2 साल कोरोना के कारण स्नान के लिए कम लोग जुटे थे मगर इस साल 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है. लाखों लोग तो देर रात ही स्नान के लिए पहुंच चुके हैं क्योंकि इस वर्ष पूर्णिमा के अवसर पर चंद्रग्रहण है जिसके कारण सुबह से ही सूतक लग जाना है और सूतक के कारण सभी मंदिरों के पाठ बंद हो जाएंगे जो भी श्रद्धालु स्नान कर बाबा भोले का जलाभिषेक कर रहे हैं.
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रत्येक वर्ष हाजीपुर के ऐतिहासिक कनाडा घाट गंगागंज के संगम पर स्नान करने की परंपरा कई हजार वर्षों से चली आ रही है, पिछले 2 वर्ष कोरोना के कारण स्नान के लिए कम लोग जुटे थे मगर इस वर्ष 5 लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान के लिए जो ट्रेन की संभावना है pic.twitter.com/B90izHDlsF
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क्या है शुभ मुहूर्त
पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरा नामक राक्षक का वध किया था. इसलिए इसे त्रिपुरा पूर्णिमा कहा जाता है. यदि शुभ मुहूर्त की बात करें तो हिंदू पंचांग के अनुसार 7 नवंबर 2022 को शाम 4 बजकर 15 मिनट पर शुरू हो गई है और इसका समापन आज यानि 8 नवंबर को शाम 4 बजकर 31 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा का व्रत 8 नवंबर को रखा जाएगा.