Toran Kumar reporter

MP:सबलगढ़ टेंटरा क्षेत्र के खरिका गांव में बुधवार सुबह 7.30 बजे ज्वाला चीता अपने 3 शावकों के साथ खिरनी हनुमान मंदिर पर पहुंच गई। चार चीतों को सामने देख मंदिर के पुजारी समेत आरती के लिए मौजूद 15 श्रद्धालु कंप गए। पुजारी ने सभी को मंदिर की पहली मंजिल पर पहुंचाकर सुरक्षित कर दिया। शाम 4 बजे ज्वाला अपने बच्चों के साथ जंगल की ओर चली गई। लेकिन चीता परिवार की आमद से गांव के लोग डरे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, खिरनी हनुमान मंदिर पर पूजा के लिए जा रहे खरिका गांव के देवकृष्णा त्यागी को मंदिर क्षेत्र में आते हुए चार चीता दिखाई दिए।
ज्वाला चीता का परिवार मंदिर के निकट पहुंचा तो पुजारी सियाराम ने भी उसे देख लिया। चीतों को साक्षात सामने देख मंदिर की आरती में शामिल होने आए गांव के 15 लोगों के होश फाख्ता हो गए कि आज न जाने क्या होने वाला है। लेकिन पुजारी ने सभी श्रृद्धालुओं का मंदिर की पहली मंजिल पर बने कक्ष में पहुंचाकर सुरक्षित कर दिया।
इधर देवकृष्णा त्यागी ने वनविभाग के रेंजर व एसडीओ को सूचना दी कि वह तत्काल खरिका गांव आ जाएं। सबलगढ़ की टीम तो दोपहर एक बजे खरिका पहुंची लेकिन उससे पहले चीता अभ्यारण्य क्षेत्र की दो सदस्यीय टीम ज्वाला की लोकेशन के आधार पर खरिका गांव आ गई। चीतों को मंदिर के पुजारी ने दूर से एक बाल्टी में पानी रख दिया जिससे चीतों ने पी लिया। चीता परिवार की आमद के चलते गांव के लोग सुबह 11 बजे तक मंदिर कक्ष में कैद रहकर हनुमानजी से अपनी सलामती की दुआएं करते रहे। रेस्क्यू टीम के आने के बाद गांव के लोग मंदिर से घरों की ओर रवाना हो सके। खिरनी हनुमान मंदिर परिसर में बैठी ज्वाला चीता व उसके शावक।