तुम्हें नफरतों का सामना करना पड़ेगा’ : डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने The Kerala Story की टीम को दी ‘बुरी खबर’

Toran Kumar reporter..7..5..2023/✍️

फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने शनिवार को ‘द केरल स्टोरी’ के कलाकारों और क्रू से कहा कि उनका जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा, क्योंकि उन्हें कुछ लोगों की नफरतों का सामना करना पड़ेगा. ट्विटर पर फिल्म निर्माता ने ‘द केरल स्टोरी’ की टीम को बुरी खबर के बारे में बताते हुए एक नोट पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, ‘सिनेमा एंड इंडिक रेनिएसेंस: द केरल स्टोरी. मैं महान फिल्म निमार्ताओं और सिनेमा समीक्षकों को सुनते हुए बड़ा हुआ हूं कि कला का एकमात्र उद्देश्य लोगों को उनकी अपनी मान्यताओं और पूर्वाग्रहों पर सवाल उठाने के लिए उकसाना है. मैं यह सुनकर भी बड़ा हुआ हूं कि सिनेमा समाज की सच्चाई को दर्शाता है.’

क्या कहा विवेक ने?

विवेक ने कहा, ‘मुझे पता चला है कि आधुनिक समय में, सिनेमा में वह करने की शक्ति है जो मीडिया और राजनीति नहीं कर सकती. यह असहज वास्तविकता पेश कर सकता है, इतिहास को सही कर सकता है, संस्कृति युद्ध लड़ सकता है और व्यापक हित के लिए एक राष्ट्र की सॉफ्ट पावर भी बन सकता है. भारत में इस तरह का सिनेमा बनाना आसान नहीं है. मैंने इसे ए ट्रैफिक जैम, द ताशकंद फाइल्स और द कश्मीर फाइल्स के साथ आजमाया. मुझ पर शारीरिक, पेशेवर, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक रूप से हमला किया गया.’

‘वे नहीं चाहते कि भारत सफल हो’

उन्होंने कहा कि भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि का जश्न मनाने वाली सकारात्मक फिल्म उनकी आने वाली फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर’ पर लगातार हमले हो रहे हैं. फिल्म निर्माता ने कहा, ‘ज्यादातर उन्हीं लोगों द्वारा जिन्होंने मुझे उपरोक्त सब सिखाया. जब यह रिलीज होगी, इस साल के अंत में, मैं गारंटी दे सकता हूं कि वे इस पर एक नए तरीके के साथ हमला करेंगे क्योंकि वे नहीं चाहते कि भारत सफल हो. क्योंकि वे नहीं चाहते कि सच सामने आए.’

‘तुम्हें नफरतों का सामना करना पड़ेगा’

समर्थन देते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रिय विपुल शाह और सुदीप्तो सेन, अदा शर्मा और द केरल स्टोरी की टीम, सबसे पहले मैं आपको बहादुर प्रयास के लिए बधाई देता हूं. साथ ही, मैं आपको बुरी खबर भी देता हूं कि यहां से आगे, तुम्हारा जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा. तुम्हें नफरतों का सामना करना पड़ेगा. आपका दम घुटने लगेगा. कई बार आप भ्रमित और नाराज भी हो सकते हैं. लेकिन याद रखें, भगवान उनकी परीक्षा लेता है जिन पर वह चेंज एजेंट बनने की जिम्मेदारी डाल सकता है. अगर सिनेमा आपके धर्म के मार्ग का पालन करने का एक माध्यम है, तो कभी रुकें नहीं. भारतीय कहानीकारों के समुदाय को बढ़ने दें. नए, युवा प्रतिभाशाली, भारतीय कहानीकारों की मदद करें.’

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