उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आई बाधा को दूर कर लिया गया है. एनडीआरएफ ने फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए शुक्रवार को पाइपलाइनों के माध्यम से व्हीलड स्ट्रेचर ले जाने का डेमो दिखाया. मिली जानकारी के अनुसार, आज शाम या रात को 9 बजे तक सुरंग से सभी 41 मजदूरों को निकाला जा सकता है.रेस्क्यू ऑपरेशन की ताजा जानकारी देते हुए PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि अभी स्थिति काफी ठीक है. उन्होंने कहा कि पार्सन्स कंपनी ने ग्राउंड पेनेट्रेशन रडार से जो अध्ययन किया है उसे हमें पता चला कि अगले 5 मीटर तक कोई धातु अवरोध नहीं है. इसका मतलब है कि हमारी ड्रिलिंग सुचारू होनी चाहिए.
आज शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने की उम्मीद
भास्कर खुल्बे ने कहा कि हमें अभी 12-14 मीटर और जाना है. मुझे उम्मीद है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो शुक्रवार शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है. मशीन के प्लेटफॉर्म में दरारें दिखाई देने के बाद ड्रिलिंग रोक दी गई थी. ग्राउंड पेनीट्रेटिंग रडार द्वारा स्कैन आंकड़ों का हवाला देते हुए खुल्बे ने कहा कि मलबे को 46 मीटर तक भेदा जा चुका है और इसके आगे पांच मीटर तक धातु की कोई अड़चन नहीं है
#WATCH | | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: NDRF demonstrates the movement of wheeled stretchers through the pipeline, for the rescue of 41 workers trapped inside the Silkyara Tunnel once the horizontal pipe reaches the other side. pic.twitter.com/mQcvtmYjnk
— ANI (@ANI) November 24, 2023
उन्होंने बताया कि मलबे में डाले गए पाइप के करीब दो मीटर के हिस्से को काटना पड़ा क्योंकि ड्रिलिंग के दौरान आगर मशीन के सामने अवरोध आने के कारण हुए घर्षण की वजह से यह मुड़ गया था. खुल्बे ने कहा कि पाइप को काटे जाने के बाद अब मलबे को भेदी गयी लंबाई कम होकर 46 मीटर रह गयी है .
पीएम मोदी ने सीएम धामी से लिया अपडेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की. उन्होंने सीएम धामी से रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली.पीएम ने टनल के अंदर फंसे मजदूरों का हाल और उन्हें दिए जाने वाले भोजन और रोजमर्रा की चीजों के बारे में भी जानकारी ली. इसके अलावा राहत और बचाव कार्य में लगे कर्मियों की स्थिति और सुरक्षा के बारे में भी जानकारी ली. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से दी दी गई है.
सीएम धामी ने मातली में बनाया अस्थाई कैंप कार्यालय
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी बचाव कार्यों की देखरेख के लिए उत्तरकाशी में ही रूके हुए हैं . बुधवार शाम उत्तरकाशी पहुंचे धामी फिलहाल सिलक्यारा के निकट मातली में रह रहे हैं जहां उन्होंने अपना अस्थाई कैंप कार्यालय बनाया है . जनरल सिंह उत्तरकाशी में स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान में ठहरे हुए हैं.
12 नवंबर को हुआ था हादसा
बता दें कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे उसमें काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए थे . उन्हें बाहर निकालने के लिए कई एजेंसियां युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत अभियान में लगी हुई हैं