उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को आज 12वां दिन हैं. बचाव अभियान के 10वें दिन मंगलवार को सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल होने का पहला वीडियो सामने आया था. सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को छह इंच चौड़े पाइप की मदद से सेब, संतरे, मौसमी और केले जैसे फल और इलेक्ट्रॉल जैसी आवश्यक दवाइयां पहुंचाई गईं. वहीं, वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है.
सभी मशीनें कर रही हैं काम- DM
उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान पर जिलाअधिकारी अभिषेक रूहेला ने बताया कि सभी मशीनें काम कर रही हैं. हम अधिकांश दूरी पूरी कर चुके हैं, थोड़ा काम बचा है. अभी किसी के लिए ये बताना संभव नहीं है कि काम पूरा होने में कितना समय लगेगा. कई बार नई समस्या आ जाती है. काम तेजी से चल रहा है. सभी के साथ सही से समन्वय बना कर कार्य हो रहा है. काम पर भारत सरकार और राज्य सरकार दोनों लगातार नजर रख रहे हैं. भारत सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है.
क्या बोले एक्सपर्ट्स अर्नोल्ड डिक्स
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग एक्सपर्ट्स अर्नोल्ड डिक्स सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि हम सामने के दरवाजे पर हैं और हम उस पर दस्तक दे रहे हैं. हम जानते हैं कि लोग दूसरी तरफ हैं.
वेल्डिंग एक्सपर्ट्स को बुलाया गया
वेल्डिंग एक्सपर्ट्स को दिल्ली से सिल्कयारा सुरंग स्थल पर बुलाया गया है. फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान लगातार जारी है.
मशीन में आई खराबी, बुलाए गए एक्सपर्ट्स
मशीन में आई ख़राबी की वजह से काम फिर से बाधित हो गया है. टनल में ड्रिलिंग का काम फिलहाल रोका गया है. मशीन देखने के लिए कुछ एक्सपर्ट्स भी बुलाए गए हैं
PMO के पूर्व सलाहकार भी मौजूद
प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे सिल्कयारा सुरंग स्थल पहुंचे हैं.
CM पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी में मौजूद
सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को बचाने की तैयारी अंतिम चरण में है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद उत्तरकाशी में मौजूद हैं. उत्तराखंड CMO की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई.
क्या बोले सुरंग में फंसे मजदूरों के परिजन?
उत्तरकाशी (उत्तराखंड) सुरंग में फंसे मजदूर के परिवार के सदस्य इंद्रजीत कुमार ने कहा कि मेरे दो परिचित लोग सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं. मेरा भाई और दूसरा रिश्तेदार है. अधिकारी जो कह रहे हैं वह सच है. मैं लगभग 6 बजे सुरंग के अंदर गया था. मुझे अपने भाई से बात करनी है. जब वह बाहर आएगा तो खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा.
क्या बोली मजदूरों तक खाना पहुंचाने वाली टीम
सिल्कयारा टनल में फंसे मजदूरों के लिए बीते 11 दिन से खाना पहुंचाने का काम कर रही वर्कर्स टीम ने कहा उम्मीद करते हैं कि आज का दिन आखिरी दिन हो जब हम टनल के अंदर खाना पंहुचा रहे हैं. जल्द सब बाहर आएं यही चाहते हैं. 11 दिन से ये टीम खाना पकाने से लेकर खाना पैक करने और इसे टनल के अंदर पहुंचाने का काम कर रही है. अब मजदूरों तक दाल चावल सब्जी जैसी चीजे भी भेज पा रहे हैं. वरना पहले न अंदर वो खाना खा पा रहे थे न बाहर हम.
मजदूरों के लिए भेजी गई दवाइयां
बरकोट की तरफ से भी 7.9 मीटर एंट्री कर चुके हैं. NDRF और SDRF ने एक ऑडियो कम्युनिकेशन भी स्थापित किया है. माइक्रोफोन के जरिये बात हो पा रही है. डॉक्टर्स ने बताया कि कुछ लोगों को कब्ज की भी दवा दी गई है. सबसे बात हुई है, सभी लोग काफी पॉजिटिव हैं. वो कह रहे हैं कि हम हौसला बनाए हुए हैं. लोगों को ताजा खाना भी पहुंचाया जा रहा है.
800 मिमी की पाइप से 21 मीटर ड्रिलिंग
टनल में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रात करीब 12.45 बजे ड्रिलिंग शुरू कर दी गई थी. अब तक 800 मिमी की पाइप से 21 मीटर तक ड्रिल किया गया है.
टनल से जल्द बाहर आएंगे मजदूर
प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि क्षैतिज पाइपलाइन सुरंग के अंदर से 39 मीटर पाइपलाइन ड्रिल की गई है. सब कुछ अच्छा चल रहा है, मैंने उनसे बात की और हर कोई उत्साहित था.
38 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी
38 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है. 900 एमएम के पाइप के बाद अब 800 एमएम के पाइप डाले जा रहे हैं
क्या बोले टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स
उत्तरकाशी सुरंग बचाव पर अंतर्राष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि वह केवल 41 लोगों को उनके परिवारों के साथ घर लाना चाहते हैं और वह नहीं चाहते कि इनमें से किसी को भी कोई चोट पहुंचे. उनका मानना है कि जल्द से जल्द इन मजदूरों को बचा लिया जाएगा.
सड़कों की हो रही मरम्मत
उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर BRO के एक कार्यकर्ता लक्षू राउत ने बताया कि आज वह सड़क की मरम्मत करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि मशीनों को सुरंग स्थल तक ले जाने में कोई कठिनाई न हो.
बीच रास्ते में फंसी मशीन पहुंची रेस्क्यू स्थल
एक मशीन जो कल सड़क संकरी होने के कारण फंस गई थी, अब सिलक्यारा सुरंग स्थल पर पहुंच गई है, जहां फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है.
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए जगह की पहचान
सिल्कयारा टनल के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है.
लगातार संपर्क में PM मोदी
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर बात की और उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों को भोजन, दवाएं और अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध कराने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली.
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए जगह की पहचान
सिल्कयारा टनल के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है.
क्या बोले टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स
उत्तरकाशी सुरंग बचाव पर अंतर्राष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि वह केवल 41 लोगों को उनके परिवारों के साथ घर लाना चाहते हैं और वह नहीं चाहते कि इनमें से किसी को भी कोई चोट पहुंचे. उनका मानना है कि जल्द से जल्द इन मजदूरों को बचा लिया जाएगा.
सड़कों की हो रही मरम्मत
उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर BRO के एक कार्यकर्ता लक्षू राउत ने बताया कि आज वह सड़क की मरम्मत करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि मशीनों को सुरंग स्थल तक ले जाने में कोई कठिनाई न हो.
बीच रास्ते में फंसी मशीन पहुंची रेस्क्यू स्थल
एक मशीन जो कल सड़क संकरी होने के कारण फंस गई थी, अब सिलक्यारा सुरंग स्थल पर पहुंच गई है, जहां फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है.
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए जगह की पहचान
सिल्कयारा टनल के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है.
लगातार संपर्क में PM मोदी
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर बात की और उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों को भोजन, दवाएं और अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध कराने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली.
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए जगह की पहचान
सिल्कयारा टनल के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है.