
Pahelgam Terrorist attack : पहलगाम आतंकी हमले के बाद पल-पल भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति नाजुक होती जा रही है। भारत सरकार की तरफ से पीएम मोदी समेत टॉप लीडरशिप ने साफ कर दिया है कि इस आंतकी हमले का सख्त जवाब दिया जाएगा। बुधवार को भारत ने पाकिस्तान पर 5 बड़े प्रतिबंध लगाए और अब सभी पाकिस्तानियों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित कर दी है। दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भी एक्शन लेते हुए भारत के साथ सभी तरह के व्यापार पर रोक लगा दी है।
पाकिस्तान ने घोषणा की है कि भारत द्वारा पाकिस्तान का जल मार्ग रोकना उसके खिलाफ युद्ध की घोषणा करने के बराबर है। इसी बीच केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है। दोनों नेताओं ने तीनों सेना की अध्यक्ष राष्ट्रपति को हाताल की जानकारी दी है। इस बैठक में अमित शाह अपने साथ दो लाल फाइल लेकर पहुंचे थे।
विदेशी राजदूतों की ब्रीफिंग
नई दिल्ली में पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी देने के लिए विदेश मंत्रालय के साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय में जी20 देशों के चुनिंदा राजदूतों को बुलाया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने राजदूतों को पूरे मामले की जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय मुख्यालय में ये बैठक करीब 30 मिनट तक चली। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले पर जानकारी देने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, इटली, कतर, जापान, चीन, रूस, जर्मनी और फ्रांस के शीर्ष राजनयिकों को विदेश मंत्रालय बुलाया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इंडोनेशिया, मलेशिया, ओमान, यूएई, कतर, नॉर्वे के राजदूतों और शीर्ष राजनयिकों को भी पहलगाम आतंकी हमले की जानकारी दी है।
सेना प्रमुख का दौरा
वहीं, भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। सेना प्रमुख पहलगाम हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए कल श्रीनगर जा रहे हैं। स्थानीय सैन्य संरचनाओं के शीर्ष कमांडर उन्हें घाटी में और नियंत्रण रेखा पर सेना द्वारा उठाए गए आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी देंगे। इस दौरान 15 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के अन्य कमांडर भी मौजूद रहेंगे।