उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, जहां एक डेंगू मरीज की कथित तौर पर ब्लड प्लेटलेट्स के बजाय फलों का रस चढ़ाने से मौत हो गई थी, पर अब बुलडोजर चलने वाला है. अनाधिकृत निर्माण के लिए अस्पताल प्रबंधन को तोड़फोड़ करने का नोटिस दिया गया है. नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल बिना अनुमति के बनाया गया है और इसे शुक्रवार तक खाली कर देना होगा.
प्रारंभिक जांच में अधिकारियों की चूक का खुलासा होने के बाद पिछले हफ्ते अस्पताल को सील कर दिया गया था. अस्पताल में अब कोई मरीज नहीं है. नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल के अधिकारियों ने इस संबंध में पहले के नोटिस का जवाब नहीं दिया और इस साल की शुरुआत में एक आदेश पारित किया गया था.
मालूम हो कि 32 साल डेंगू मरीज के परिवार ने आरोप लगाया था कि अस्पताल ने ‘प्लाज्मा’ के रूप में चिह्न्ति एक बैग में मौसंबी का रस दिया था. उसके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि इसके बाद मरीज की तबीयत बिगड़ गई और उसे दूसरे अस्पताल ले जाने के बाद उसकी मौत हो गई.
उन्होंने दावा किया कि दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि विवादित प्लेटलेट बैग में केमिकल्स का मिश्रण और मौसमी जूस जैसा कुछ मीठा था. लेकिन प्लेटलेट बैग में जूस था या नहीं इस पर मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई. मरीज के परिवार ने भी अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
प्रयागराज पुलिस ने बाद में ‘फर्जी प्लेटलेट्स’ की आपूर्ति करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और 10 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा था कि वे ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेते थे और उन्हें प्लेटलेट्स के रूप में दोबारा पैक करते थे