फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के को-फाउंडर दिपेंद्र गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) कई बार खुद लोगों का खाना पहुंचाने जा चुके हैं लेकिन उन्हें कोई पहचान नहीं पाया है, क्योंकि उन्होंने आम डिलेवरी पर्सन की तरफ कंपनी की टीशर्ट पहनी हुई होती थी. इस बात का खुलासा नौकरी डॉट कॉम के संस्थापक संजीव बिखचंदानी (Naukri Dot com Sanjeev Bikhchandani) ने एक ट्वीट के जरिए किया. उन्होंने बताया कि जोमैटो के को-फाउंडर दिपेंद्र गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) हर तीन महीने में कम से कम एक बार कंपनी की ट्रेडमार्क लाल टी-शर्ट पहनकर फूड ऑर्डर की डिलीवरी करते हैं, मजेदार बात ये है कि अभी तक उन्हें (Deepinder Goyal) डिलीवरी करते समय कोई पहचान नहीं पाया.
बिखचंदानी ने ट्वीट कर कहा है कि मैं अभी-अभी जोमैटो के फाउंडर दिपेंद्र गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) और उनकी पूरी टीम से मिलकर आया हूं. मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि दिपेंद्र समेत सभी सीनियर मैनेजर एक लाल रंग जोमैटो वाली टी-शर्ट पहनते हैं. इसके बाद बाइक पर सवार हो जाते हैं और एक दिन में कम से एक बार खुद ग्राहकों के ऑर्डर डिलेवर कराते हैं. उन्होंने आगे लिखा कि दिपेंद्र (Zomato CEO Deepinder Goyal) के अनुसार अभी तक उन्हें कोई भी कस्टमर पहचान नहीं पाया है. संजीव बिखचंदानी ने कहा कि जोमैटो के सीनियर मैनेजर तीन साल से ऐसा कर रहे हैं.
Just met @deepigoyal and the @zomato team. Delighted to learn that all senior managers including Deepinder don a red Zomato tee, get onto a motorcycle and spend a day delivering orders themselves at least once a quarter. Deepinder tells me that thus far nobody has recognised him
— Sanjeev Bikhchandani (@sbikh) October 7, 2022
बिखचंदानी के इस ट्वीट पर लोगों के जमकर रिएक्शन आ रहे हैं लोग कंपनी के कल्चर की तारीफ करते हुए इस बात पर हैरानी भी जता रहे हैं कि आखिर उन्होंने दिपेंद्र गोयल को पहचाना कैसे नहीं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फूड डिलेवरी कंपनी जोमैटो की शुरुआत साल 2008 में दिपेंद्र गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) और पकंज चड्ढा ने की थी. पहले इस कंपनी का नाम फूडीबे था. बाद में इसका नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया.