लखनऊ में बिक रही पत्थर और केमिकल से बनी चायपत्ती: STF ने फैक्ट्री पर मारा छापा, 11000 किलो नकली चाय की पत्ती जब्त

Toran Kumar reporter

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के फैजुल्लागंज में मिलावटी चायपत्ती बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी। आरोप है कि चायपत्ती में हानिकारक केमिकल मिलाया जा रहा था। एसटीएफ ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। मौके से 30 लाख रुपये की मिलावटी चायपत्ती, रुपये और अन्य सामान बरामद हुआ है।

एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि लखनऊ और आसपास के जिलों में हानिकारक केमिकल युक्त मिलावटी चायपत्ती बेची जा रही है। छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि फैजुल्लागंज स्थित कृष्णलोक कॉलोनी में कुछ लोग मिलावटी चायपत्ती बना रहे हैं। एसटीएफ ने वहां दबिश दी। एक घर में फैक्ट्री मिली। एसटीएफ ने मौके से गिरोह के एक सदस्य मो. आरिफ को गिरफ्तार कर 30 लाख रुपये की 11,290 किग्रा मिलावटी चायपत्ती, 30 किग्रा रंग, 6 पैकेट गेरू, 4 इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 4 पैकिंग मशीन, एक गैस चूल्हा, एक सिलिंडर, 100 किग्रा चाय पैक करने वाली गार्डेन फ्रेश की पन्नी, आधार कार्ड, 12500 रुपये और एक मोबाइल बरामद किया है।

आरिफ ने बताया कि असम से घटिया क्वॉलिटी की चायपत्ती मंगाते थे। उसमें केमिकल और रंग मिलाकर स्ट्रांग बनाया जाता था। इसके बाद अलग-अलग ब्रांड की कंपनियों के नाम पर बेचते थे। यह चायपत्ती लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, शाहजहांपुर, बहराइच और अन्य जिलों में खपाई जाती थी।

नेपाल ब्रांड का सामान भी मिला

अवनीश्वर ने बताया कि नेपाल ब्रांड की चायपत्ती और अन्य समान भी बरामद हुआ है। यह सामान अवैध ढंग से मंगाया गया था। इसके अलावा असम टाइगर, हम नवां गोल्ड, गार्डेन फ्रेश, गुड मॉर्निंग, एनबीआर नामक कंपनियों की पैकिंग भी मिली।