R.khulasa.22.3.2023/
MLA T Raja Singh gets death threat calls from Pakistan: अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले तेलंगाना विधानसभा के विधायक टी राजा सिंह को पाकिस्तान से जान से मारने की धमकी मिली है. तेलंगाना की गोशामहल विधानसभा सीट से विधायक टी राजा सिंह ने मंगलवार (21 मार्च) को राज्य के डीजीपी से मिलकर इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि उन्हें वॉट्सऐप पर जान से मारने की धमकी भरे कॉल और मैसेज आ रहे हैं.
ट्वीट कर पुलिस पर भी उठाए सवाल
इस मामले में टी राजा सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मौजूदा विधायक को पाकिस्तान से धमकी भरा फोन आता है, लेकिन हैदराबाद पुलिस न तो कार्रवाई करती है और न ही एफआईआर दर्ज करती है. अगर मैं जय श्री राम का ट्वीट करता हूं या हमारे हिंदू भाइयों के समर्थन में आवाज उठाता हूं तो पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है और मामले दर्ज किए जाते हैं. हैदराबाद पुलिस आपको कार्रवाई करने से क्या रोक रहा है.
It is very unfortunate that a sitting MLA receives a threat call from Pakistan but @hydcitypolice doesn't act or book even a FIR
— Raja Singh (@TigerRajaSingh) March 20, 2023
If I tweet Jai Sri Ram or raise my voice in support of our Hindu brother's police act immediately & book cases@CPHydCity what is stopping you to act pic.twitter.com/gKMIRyEoht
पहले भी मिल चुकी हैं ऐसी धमकियां
टी राजा सिंह ने आगे लिखा “मुझे लगातार विभिन्न अज्ञात नंबरों से वॉट्सऐप पर धमकी भरे मैसेज और कॉल मिल रहे हैं. पहले भी मुझे इस तरह की धमकियां मिली थीं, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई.”
बदमाशों को पता है पूरे परिवार का रूटीन
विधायक का कहना है कि “इस बार धमकी गंभीर प्रकृति की है, क्योंकि कॉल करने वालों ने उन्हें उनके परिवार के सदस्यों और उनकी दिनचर्या के बारे में बताया है. कॉल करने वालों ने बम लगाने की धमकी भी दी, जिसे मोबाइल फोन से ऑपरेट करने की बात कही गई है.”
हैदराबाद में स्लीपर सेल नेटवर्क होने का
उन्होंने बताया कि इन कॉल करने वालों ने विशेष रूप से फोन पर कहा कि उनका स्लीपर सेल नेटवर्क हैदराबाद, तेलंगाना में बहुत सक्रिय है. उन्हें पूरा भरोसा है कि आने वाले दिनों में वे मुझे और मेरे परिवार वालों को जरूर मार डालेंगे.
आर्म्स लाइसेंस भी प्रशासन ने किया खारिज
राजा सिंह ने यह भी कहा कि “इस तरह की धमकियों को देखते हुए उन्होंने आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन आपराधिक मामलों के आधार पर इसे रिजेक्ट कर दिया गया.