होटल क़े रूम नम्बर 203 व 206 मेंगुप्त कैमरे में कैद हो रहे थे प्राइवेट लम्हेकपल्स की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेलिंग का बड़ा प्लान बेनक़ाब, युवती सहित 3 अरेस्ट

MP:ग्वालियर के सिटी सेंटर में स्थित होटल विराट इन में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक गैंग ने बल्ब होल्डर में स्पाई कैमरा छिपाकर कपल्स के निजी पलों को रिकॉर्ड किया और उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश की।

इस गैंग की मास्टरमाइंड एक इंजीनियरिंग छात्रा राधा चौबे निकली, जिसने अपने बॉयफ्रेंड भूपेंद्र धाकड़ और उनके दोस्त बृजेश धाकड़ के साथ मिलकर इस घिनौने रैकेट को अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस मामले ने न केवल ग्वालियर, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह गैंग होटल विराट इन के रूम नंबर 203 और 206 को अपनी साजिश का केंद्र बनाकर काम कर रही थी। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने इस होटल को इसलिए चुना क्योंकि यह सिटी सेंटर में स्थित है और यहां कपल्स की आवाजाही अधिक रहती है, जिससे उन्हें आसानी से टारगेट मिल जाते थे। गैंग का तरीका बेहद शातिराना था। राधा चौबे, जो दतिया की रहने वाली इंजीनियरिंग छात्रा है, होटल में जाकर रूम बुक करती थी। इसके बाद भूपेंद्र और बृजेश राधा से मिलने के बहाने होटल में आते और रूम में सही जगह चुनकर बल्ब होल्डर में स्पाई कैमरा इंस्टॉल कर देते थे।

यह स्पाई कैमरा इतना छोटा और बल्ब होल्डर जैसा था कि कपल्स इसे पहचान नहीं पाते थे। सात दिन बाद गैंग उसी रूम को दोबारा बुक करती, पुराना कैमरा निकालकर उसमें रिकॉर्डेड वीडियो ले लेती और नया कैमरा इंस्टॉल कर देती। इस तरह वे लगातार कई कपल्स के निजी पलों को रिकॉर्ड कर रहे थे।

ब्लैकमेलिंग की नाकाम कोशिश

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गैंग ने कई कपल्स के वीडियो रिकॉर्ड किए, लेकिन होटल रिसेप्शन से उन्हें पीड़ितों के मोबाइल नंबर नहीं मिल पाए। इस वजह से वे ज्यादातर मामलों में ब्लैकमेलिंग को अंजाम नहीं दे पाए। हालांकि, एक मामले में वे अपनी साजिश में कामयाब रहे, जिसके बाद यह कांड सामने आया।

पीड़ित की शिकायत ने खोला राज

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्वालियर के चीनोर इलाके के रहने वाले पुष्पेंद्र प्रजापति (27), जो रेलवे में कर्मचारी हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुष्पेंद्र की बहन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को बताया कि कुछ लोग उनके भाई को ब्लैकमेल कर रहे हैं और वह इतना डर गया है कि आत्महत्या जैसा कदम भी उठा सकता है। इसके बाद पुलिस ने पुष्पेंद्र से बात की।

पुष्पेंद्र ने बताया कि 26 जुलाई 2025 को वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ होटल विराट इन के रूम नंबर 203 में रुका था। यह रूम उसकी गर्लफ्रेंड की सहेली राधा चौबे ने बुक किया था। उन्होंने वहां 5 घंटे बिताए और होटल मैनेजर मुकेश शर्मा को 1200 रुपये नकद दिए। कुछ दिन बाद उन्हें एक अनजान नंबर से वॉट्सऐप पर मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि उनके और उनकी गर्लफ्रेंड के निजी पलों की रिकॉर्डिंग कर ली गई है। ब्लैकमेलरों ने 1 लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि पैसे नहीं देने पर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा।

पुष्पेंद्र ने डर के मारे पहले 5 हजार रुपये और फिर 45 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ब्लैकमेलरों ने 50 हजार रुपये और मांगे। परेशान होकर पुष्पेंद्र ने अपनी बहन और भाई को पूरी बात बताई, जिन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस की जांच और गिरफ्तारी

पुलिस ने साइबर सेल की मदद से ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर को ट्रेस किया, जो राधा चौबे का निकला। इसके बाद पुलिस ने राधा को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। राधा ने कबूल किया कि उसने अपने बॉयफ्रेंड भूपेंद्र धाकड़ और उनके दोस्त बृजेश धाकड़ के साथ मिलकर यह रैकेट चलाया था। भूपेंद्र के मोबाइल और पेन ड्राइव में कई अन्य कपल्स के निजी वीडियो भी मिले। पुलिस ने तीनों आरोपियों-राधा चौबे, भूपेंद्र धाकड़, और बृजेश धाकड़-को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

होटल स्टाफ की संलिप्तता की जांच

पुलिस को आशंका है कि इस रैकेट में होटल स्टाफ का भी कोई सदस्य शामिल हो सकता है। विश्वविद्यालय थाना प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि होटल में गहन जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कोई कर्मचारी गैंग के साथ मिला हुआ था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि होटल प्रबंधन को इस गतिविधि की जानकारी थी या नहीं।

मास्टरमाइंड राधा चौबे की शातिर चाल

जांच में यह भी सामने आया कि राधा चौबे पीड़ित पुष्पेंद्र की गर्लफ्रेंड की सहेली थी और उसने ही रूम बुक करने की जिम्मेदारी ली थी। हैरानी की बात यह है कि राधा ने पीड़ित की हमदर्द बनकर ब्लैकमेलर्स को पैसे देने के लिए उधार रकम देने का नाटक भी किया, ताकि उसका कोई शक न करे। उसने होटल में बार-बार आना-जाना रखा और अपने साथियों के साथ मिलकर यह साजिश रची।

सामाजिक और कानूनी सवाल

इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं। होटल जैसे निजी स्थानों पर इस तरह की गतिविधियां न केवल गोपनीयता का उल्लंघन हैं, बल्कि समाज में भय और अविश्वास का माहौल भी पैदा करती हैं। ग्वालियर पुलिस अब इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, होटल प्रबंधन और स्टाफ की भूमिका की जांच से यह भी स्पष्ट होगा कि क्या इस रैकेट में और लोग शामिल थे।

Categories MP