Neeraj Singh Rajpurohit (Correspondent Jaipur)
जैसलमेर: जैसलमेर पुलिस ने प्रसिद्ध देगराय मंदिर की चोरी का 10 दिन में ही खुलासा करते हुए 3 चोरों को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों चोर बालोतरा के निवासी हैं. तीनों के पास से सात चांदी के छत्र और चोरी में इस्तेमाल हुई एक कार भी बरामद की है. पुलिस सीओ प्रियंका कुमावत ने बताया कि तीनों ही चोर आला दर्जे के मुजरिम हैं और उन पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं.
पकड़े गए चोर अपने नशे के और शौक-मौज के लिए चोरी करते थे. तीनों ही मंदिर में चोरी करते थे. तीनों ने जैसलमेर, बाड़मेर के साथ साथ कर्नाटक के मंदिरों में भी चोरी करने स्वीकार किया. पकड़े गए चोर उम्मेद सिंह ,भट्टाराम भील व सुरेश राजपुरोहित कार के साथ घूमते हुए बालोतरा में पकड़ा. तीनों चोरों से पूछताछ जारी है और अन्य चोरियों के खुलासे के प्रयास जारी है. प्रियंका कुमावत ने बताया कि तीनों चोरों ने देवीकोट स्थित देगराय मंदिर में 1 नवंबर की रात को चोरी की. चोरी करते हुए तीनों ही सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए. चोरों ने मंदिर से मूर्तियों के आगे आरती करने वाली चांदी की थाल, चांदी की धारी, चांदी की भोग लगाने की प्लेट, चांदी का दीया, चांदी का एक बड़ा छत्र, व छोटे छत्र 12 और सिंहासन पर टंगे हुए दो चांदी के छोटे छत्र चुराए. इसके साथ ही मूर्तियों व सिंहासन के सामने थालियों में रोकड पैसे और मंदिर के आगे छोटी तिजोरी भी चुरा ले गए.
मंदिर चोरों को पकड़ने के लिए एसपी जैसलमेर ने करीब 23 पुलिस कर्मियों की एक टीम बनाई. टीम जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर में चोरों की तलाशी में गई. टीम में डीसीआरबी प्रभारी हेड कॉन्स्टेबल भीमराव सिंह मोबाइल टावर, मोबाइल लोकेशन और कई टेक्निकल पहलुओं की रात-दिन जांच की. आखिरकार 10 दिनों की अथक मेहनत के बाद बालोतरा से तीनों चोरों को गाड़ी में घूमते टीम ने गिरफ्तार किया. तीनों चोरों ने जैसलमेर व कर्नाटक में कई नकबजनी व चोरियां करना स्वीकार किया. पुलिस चोरों से लगातार कड़ाई से पूछताछ कर रही है.