Neeraj Singh Rajpurohit (Correspondent Jaipur)
जयपुर: राजधानी के सबसे वीआईपी मार्ग जनपथ पर अक्सर लगने वाले जाम से वाहन चालको का हाल बेहाल है. इस जाम से किस तरह राहत मिल सकती है.
आज हम बात करेंगे शहर के सबसे वीआईपी मार्ग जनपथ की अक्सर देखने में आता है की सोमवार से शुक्रवार तक इस पथ पर जाम के हाल इतने खराब है की स्टेच्यू सर्किल से अम्बेडकर सर्किल तक पहुंचने में लोगो को आधे घंटे तक का वक्त लगता है. और अगर ऑफिस टाइम हो यानि की सुबह नो से ग्याराह बजे और शाम को पांच से सात बजे इन पीक ऑवर में तो स्थिति ओर भी ज्यादा खराब हो जाती है..हांलाकि ट्रेफिक पुलिस की तरफ से इन पीक ऑवर के दौरान दो दो कांस्टेबल तैनात भी किये जाते र्है. जिससे की यातायात सुचारू करवाया जा सके..इसके बावजूद भी सोमवार से शुक्रवार जनपथ पर जाम लगना आम बात हो चुकी है. ऐसे में फर्स्ट इंडिया की टीम मौके पर पहुंची और इस समस्या के समाधान खोजने के प्रयास किए..साथ ही एक्सपर्ट व्यू भी लिए सभी का एक ही तर्क था की क्यो ना पीक ऑवर के दौरान स्टेच्यू सर्किल से अम्बेडर सर्किल को समय के हिसाब से वन वे घोषित किया जाए. जिससे की ना तो वाहन चालक परेशान हो और ना ही सचिवालय, हाईकोर्ट, कर भवन, वित्त् भवन, पंचायती राज भवन, कृषि भवन और विद्युत भवन से आने और जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को कोई परेशानी हो.
जनपथ पर पीक ऑवर के दौरान जनपथ पर रास्ता होना चाहिए वन वे
समयानुसार वन वे कर यातायात पुलिस निकाल सकती है इस समस्या का हल
विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह करीब 9 सै 11 बजे तक अम्बेडरी सर्किल से स्टेच्यू सर्किल की तरफ किया जा सकता है वन वे
इस समय सकरारी कार्यालयो में आने वाले वाहन चालाको की संख्या होती है अधिक
इसी तरह शाम पांच से सात बजे तक स्टेच्यू सर्किल से अम्बेडकर सर्किल तक किया जा सकता है वन वे
इस दौरान सरकारी कार्यालयो से निकलने वाले वाहन चालको की संख्या होती है अधिक
वन वे के दौरान सहदेव मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के तौर पर लाया जा सकता है उपयोग में
JDA और यातायात पुलिस के अधिकारियों को साथ बैठकर निकालना होगा हल ना आम जनता हो परेशान और ना ही VIP मूवमेंट हो बाधित
जनपथ पर लगने वाले जाम का एक प्रमुख कारण यहां सड़क पर दोनों तरफ होने वाली वाहनों की पार्किंग है। इस पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए जेडीए की ओर से हाईकोर्ट के सामने भूमिगत पार्किंग बनाने का काम शुरू किया है। इस 21 सितंबर को इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया था। आपको इस पूरे प्रोजेक्ट की देते हैं जानकारी.
-इस भूमिगत पार्किंग प्रोजेक्ट की लागत करीब 50 करोड़ रुपए हैं
-हाईकोर्ट के सामने गोल्फ क्लब की मौजूदा पार्किंग के नीचे यह प्रोजेक्ट विकसित किया जाएगा
-इस दो मंजिला भूमिगत पार्किंग में 500 चौपहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे
-प्रोजेक्ट एरिया में आ रहे गोल्फ क्लब के कार्यालय व अन्य निर्माणों को हटाने का काम चल रहा है
-यह पार्किंग प्रोजेक्ट हाईटक होगा
-वाहन चालकों का यहां पहुंचते ही पता चल जाएगा कहां कितना पार्किंग स्पेस उपलब्ध है
-इसका पता वाहन चालकों को यहा लगे डिस्प्ले बोर्ड से लग जाएगा
-इसके अलावा प्रोजेक्ट से संबंधित एक मोबाइल एप भी होगा
-इस एप से भी यहां उपलब्ध पार्किंग स्पेस का पता चल सहेगा
-साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता का पता चल सकेगा
-प्रोजेक्ट के तहत यहां 100 चार्जिंग स्टेशन भी लगाए जाएंगे
बहरहाल सारी पडताल के बाद ये तो स्पष्ट हो गया की अगर जल्द ही पुलिस और जेडीए मिलकर कोई रास्ता नही निकाल पाते है तो इस जाम से परेशान वाहन चालकों के लिए यह जनपथ जाम पथ ही बना रहेगा। ऐसे में जरूरत है कि इस सम्सया का हल निकालने की. ताकि वाकई जनपथ पर जन की राह हो आसान.