पीड़ितो को उनके नाम से मोबाईल फोन फायनेंस कराकर लोन दिलाने का झांसा देकर बनाता था अपना शिकार।
आरोपी पीड़ितों के नाम से मोबाईल फोन फायनेंस कराकर उन्हें फोन ना देकर फोन को रख लेता था अपने पास और ना ही पास करता था उनका लोन।
फायनेंस कराये गये मोबाईल फोन का किश्त पटाते थे पीड़ित।
आरोपी के कब्जे से ठगी की कुल 16 नग आईफोन किया गया है जप्त।
जप्त मशरूका की कुल कीमत है लगभग 15,00,000/- रूपये।
आरोपी के विरूद्ध रायपुर के अन्य थानों में भी ठगी की शिकायतें हुई है प्राप्त, जिनमें भी आरोपी के विरूद्ध दर्ज की जा रहीं है प्राथमिकी।
रायपुर – प्रार्थिया महेश्वरी फुटान ने थाना गोलबाजार में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह कचना खम्हारडीह रायपुर की निवासी है। प्रार्थिया को उसके भाई ने बताया कि वह मोबाईल फायनेंस कराकर 1,00,000/- रू. का लोन पास कराया है। जिस पर प्रार्थिया ने अपने भाई को उसका भी लोन पास कराने कहा फिर वह उसे लाल गंगा शॉपिंग मॉल में फोन वाले लिमिटेड दुकान में एचडीएफसी फायनेंसर से मिलाया। फायनेंसर ने बताया कि मोबाईल फायनेंस करा लो, उस मोबाईल का किश्त आपके खाते से कटता रहेगा फिर वह एक मोबाईल फोन के लिए लोन फार्म भरा और दूसरा मोबाईल क्रोमा दुकान भाटागांव से मिलेगा बोला। तब प्रार्थिया क्रोमा दुकान भाटागांव गयी जहां पर एक अन्य फायनेंसर ने फार्म भरा। दोनों जगहों पर नये मोबाईल फोन के साथ फोटो खींचे और मोबाईल फोन को वापस रख लिये और प्रार्थिया को बिना मोबाईल दिये भेज दिये। प्रार्थिया द्वारा कितने दिन में लोन आयेगा कहने पर फायनेंसर ने बताया सिमरन जीत सिंह अजमानी बतायेंगे, कि प्रार्थिया अपने मोबाईल फोन से सिमरन जीत सिंह अजमानी के मोबाईल फोन पर संपर्क कर मेरा लोन का पैसा कब तक आ जायेगा पूछने पर वह बताया एक सप्ताह में आ जाएगा। एक सप्ताह बीतने के बाद लोन का पैसा नहीं आने पर प्रार्थिया ने पुनः सिमरन जीत सिंह अजमानी को फोन लगाकर पूछने पर एक-दो दिन में आयेगा कहकर टालते गया। जिस पर प्रार्थिया ने सिमरन जीत सिंह अजमानी को अपना लोन कैंसल करने कहा, तो उसने कहा कैंसल हो जायेगा अप्लाई कर दिया हूं तथा कैंसल होने में 01-02 माह लगेगा एवं कैंसल होने तक आपका किश्त आ सकता है आप घबराना मत उस किश्त को मैं पटा दूंगा कहा। दिनांक 03 मार्च 2025 को पहला किश्त आया जिसे प्रार्थिया ने पटाया। प्रार्थिया ने सिमरन जीत सिंह अजमानी को फोन कर कहा कि मेरा लोन कैंसल नहीं किये हो तो सिमरन जीत सिंह अजमानी प्रार्थिया को तुम मेरा कुछ नहीं कर सकती हो कहकर अपना मोबाईल फोन को बंद दिया जिससे बाद में संपर्क नहीं हो पाया। इस प्रकार सिमरनजीत सिंह अजमानी ने प्रार्थिया के साथ धोखाधड़ी करते हुये मोबाईल फोन फायनेंस कराकर लोन दिलाने के नाम पर उसके नाम से फायनेंस किया हुआ मोबाईल फोन आज दिनांक तक उसे नहीं दिया तथा प्रार्थिया बिना मोबाईल फोन प्राप्त किये दोनो मोबाईल का किस्त 5,000 रूपये जमा कर रहीं है। इसके अतिरिक्त सिमरन जीत सिंह अजमानी द्वारा अन्य लोगों को भी इसी प्रकार का झांसा देकर उनके साथ भी धोखाधड़ी किया गया था। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर आरोपी सिमरनजीत सिंह अजमानी के विरूद्ध थाना गोलबाजार में अपराध क्रमांक 114/25 धारा 318(4) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
घटना को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संदीप मित्तल, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संजय सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री केशरीनंदन नायक, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी गोलबाजार को आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना गोलबाजार पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थिया व अन्य पीडितों से विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही फायनेंसरों से भी पूछताछ कर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। चूंकि आरोपी शातिर किस्म का था जो अपना मोबाईल फोन बंद करने के साथ ही बार – बार अपना लोकेशन बदल कर लगातार पुलिस से बचने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपी की उपस्थिति के संबंध में पुख्ता जानकारी प्राप्त होने पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी सिमरन जीत सिंह अजमानी उर्फ लवली की पतासाजी करते हुये उसे पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी द्वारा प्रार्थिया सहित अन्य लोगों को अपने झांसे में लेकर उनके नाम से मोबाईल फोन फायनेंस कराकर उन्हें मोबाईल फोन नहीं देकर फायनेंस कराये गये मोबाईल फोन को अपने पास रखना तथा उनका किसी प्रकार का लोन पास नहीं कराना बताया गया।
जिस पर आरोपी सिमरन जीत सिंह अजमानी उर्फ लवली को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से ठगी की 16 नग आईफोन कीमती लगभग 15,00,000/- रूपये जप्त कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।
आरोपी के विरूद्ध अन्य थानों में भी ठगी की शिकायतें प्राप्त हुई है जिनमें भी आरोपी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रहीं है।
गिरफ्तार आरोपी – सिमरन जीत सिंह अजमानी उर्फ लवली पिता स्व. गुरु चरण सिंह अजमानी उम्र 31 साल निवासी महावीर नगर वसंत विहार कॉलोनी न्यू राजेंद्र नगर रायपुर।
कार्यवाही में निरीक्षक यशवंत प्रताप सिंह थाना प्रभारी गोलबाजार, एण्टी क्राईम एण्ड़ साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय, सउनि. अतुलेश राय, प्र.आर. प्रमोद वर्ठी, पुष्पराज परिहार, आर. विक्रम वर्मा, दिलीप जांगडे, केशव सिन्हा, राजेन्द्र तिवारी, बोधेन्द्र मिश्रा, मनोज सिंह, विकास क्षत्रिय तथा गोलबाजार से उपनिरीक्षक एम एस जूरी, प्र.आर. विवेक निराला एवं आर. संदीप सिंह की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।