Presidential Election 2022 Voting: द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा, देश का अगला राष्ट्रपति कौन? मतदान आज

देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान होगा. वोटिंग (Rashtrapati Chunav Matdan) सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगी. चुनाव में NDA की तरफ से द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) तो पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) विपक्ष से साझा उम्मीदवार हैं. नतीजे गुरुवार यानी 21 जुलाई को आएंगे और इसके बाद पता चल जाएगा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) की जगह कौन लेगा? हालांकि चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की स्थिति यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) की तुलना में स्पष्ट रूप से मजबूत है. राजनीतिक पार्टियों के समर्थन और उससे बनने वाले आंकड़ों के गणित की बात की जाए तो NDA उम्मीदवार के पक्ष में 60 प्रतिशत से अधिक मत पड़ने की संभावना है. मतदान संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में होगा. नवनिर्वाचित राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे.

कौन हैं यशवंत सिन्हा?यशवंत सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खास थे और उनकी सरकार में वित्तमंत्री और फिर विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था. सिन्हा को केंद्र की मोदी सरकार रास नहीं आई और उन्होंने साल 2018 में यह कहते हुए BJP छोड़ दी थी कि आज पार्टी का जो स्वरूप है वह लोकतंत्र के लिए खतरा है. साल 2021 में यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए. साल 1960 में यशवंत सिन्हा का चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा में हुआ और उन्होंने बतौर प्रशासनिक अधिकारी 24 साल तक काम किया. Yashwant Sinha ने 1984 में प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए. 1988 में यशवंत सिन्हा राज्यसभा सदस्य चुने गए. इसके बाद 1989 में जब जनता दल का गठन हुआ तो उसके महासचिव चुने गए. इसके बाद साल 1990 से लेकर 1991 वह चंद्रशेखर मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री भी रहे. यशवंत सिन्हा 1996 में BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने और मार्च 1998 में उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया.

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था. वे झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. वह लंबे वक्त से भाजपा की सदस्य हैं. द्रौपदी मुर्मू आदिवासी मूल की हैं. द्रौपदी मुर्मू ने राजनीति में ग्राउंड जीरो से काम शुरू किया था. वह पहली बार 1997 में रायरंगपुर से नगर पंचायत पार्षद बनीं. इसके बाद वह 2 बार ओडिशा के रायरंगपुर से विधायक भी रहीं. साथ ही भाजपा और बीजू जनता दल की गठबंधन सरकार में मंत्री भी रहीं. द्रौपदी मुर्मू के नाम कई रिकॉर्ड हैं. जैसे कि वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं. साल 2000 में गठन के बाद से पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली झारखंड की पहली राज्यपाल भी हैं. वह पहली ऐसी ओडिया नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल बनाया गया. इतना ही नहीं अगर द्रौपदी मुर्मू चुन ली जाती हैं वह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी.

  • देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज लगभग 4,800 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करेंगे.
  • 6:51 AM ISTराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग सुबह 10 बजे शुरू होगी.

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