Presidential Election 2022: द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा? कौन होंगे देश के अगले महामहिम, फैसला आज

Presidential Election 2022 Counting : देश को आज नया राष्ट्रपति मिल जाएगा. भारत के 15वें राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव का परिणाम आज आएगा. आज तय हो जाएगा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) की जगह कौन लेगा? वोटों की गिनती कुछ समय में शुरू होगी. चुनाव में NDA ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को अपना उम्मीदवार बनाया तो वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) विपक्ष से साझा उम्मीदवार हैं. संसद भवन परिसर और राज्य विधानसभाओं में 18 जुलाई को वोट डाले गए थे. निर्वाचन आयोग के मुताबिक चुनाव में देशभर में कुल 4,796 निर्वाचको में से 99 फीसदी से अधिक ने मतदान किया. निर्वाचन आयोग की तरफ से बताया गया कि 10 राज्यों और केंद्रशासित

संसद भवन में सुबह 11 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी. शाम चार बजे के आसपास नतीजे आने की उम्मीद है.

कौन हैं यशवंत सिन्हा?यशवंत सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खास थे और उनकी सरकार में वित्तमंत्री और फिर विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था. सिन्हा को केंद्र की मोदी सरकार रास नहीं आई और उन्होंने साल 2018 में यह कहते हुए BJP छोड़ दी थी कि आज पार्टी का जो स्वरूप है वह लोकतंत्र के लिए खतरा है. साल 2021 में यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए. साल 1960 में यशवंत सिन्हा का चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा में हुआ और उन्होंने बतौर प्रशासनिक अधिकारी 24 साल तक काम किया. Yashwant Sinha ने 1984 में प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए. 1988 में यशवंत सिन्हा राज्यसभा सदस्य चुने गए. इसके बाद 1989 में जब जनता दल का गठन हुआ तो उसके महासचिव चुने गए. इसके बाद साल 1990 से लेकर 1991 वह चंद्रशेखर मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री भी रहे. यशवंत सिन्हा 1996 में BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने और मार्च 1998 में उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था. वे झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. वह लंबे वक्त से भाजपा की सदस्य हैं. द्रौपदी मुर्मू आदिवासी मूल की हैं. द्रौपदी मुर्मू ने राजनीति में ग्राउंड जीरो से काम शुरू किया था. वह पहली बार 1997 में रायरंगपुर से नगर पंचायत पार्षद बनीं. इसके बाद वह 2 बार ओडिशा के रायरंगपुर से विधायक भी रहीं. साथ ही भाजपा और बीजू जनता दल की गठबंधन सरकार में मंत्री भी रहीं. द्रौपदी मुर्मू के नाम कई रिकॉर्ड हैं. जैसे कि वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं. साल 2000 में गठन के बाद से पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली झारखंड की पहली राज्यपाल भी हैं. वह पहली ऐसी ओडिया नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल बनाया गया. इतना ही नहीं अगर द्रौपदी मुर्मू चुन ली जाती हैं वह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी.

राष्ट्रपति चुनाव के लिए देशभर में कुल 4,796 निर्वाचको में से 99 प्रतिशत से अधिक ने मतदान किया था.

निर्वाचन आयोग की तरफ से बताया गया कि वोटिंग के दौरान 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में विधायकों ने शत-प्रतिशत मतदान किया

मंगलवार शाम तक सभी वैलेट बॉक्स संसद भवन के स्ट्रांग रूम में पहुंच चुके हैं.

  • देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को संसद भवन परिसर और राज्य विधानसभाओं में वोट डाले गए थे.
  • 6:57 AM ISTदेश के अगले महामहिम का फैसला आज होगा. आज यह तय हो जाएगा कि भारत के अगले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होंगी या फिर यशवंत सिन्हा..

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