Parkash Singh Badal: सरपंच से शुरू हुआ राजनीतिक सफर, 5 बार बने CM; यूं ही नहीं पंजाब की सियासत के बेताज बादशाह थे प्रकाश सिंह बादल

Toran Kumar reporter..26.4.2023/✍️

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अब हमारे बीच नहीं रहे. मोहाली के एक अस्पताल में 95 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. बीते हफ्ते शिरोमणि अकाली दल (SAD) के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को सांस लेने में हो रही दिक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) समेत कई नेताओं ने बादल के निधन पर शोक जताया है. पंजाब के मुख्यमंत्री रहने के अलावा केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. प्रकाश सिंह बादल को पंजाब की राजनीति का बेताज बादशाह भी कहा जाता था.

गांव के सरपंच से राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले प्रकाश सिंह बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. आखिरी बार उन्होंने बीते साल हुए पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ा था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से खुद को दूर रखा था. उधर, केंद्र सरकार ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बादल के निधन पर दो दिनों के राष्ट्रीय शोक की भी घोषणा की है.

पांच बार रहे पंजाब के सीएम

प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसंबर 1927 को एक किसान परिवार में हुआ था. बादल ने लाहौर के फोरमैन क्रिश्चियन कॉलेज से स्नातक किया. इसके बाद प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal Political Career) ने 1947 में राजनीति शुरू की. सबसे पहले उन्होंने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उस समय ने सबसे कम उम्र के सरपंच बने थे. इसके बाद उन्होंने 1957 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने 1969 में दोबारा जीत हासिल की. 1969-70 तक वे पंचायत राज, पशु पालन, डेयरी आदि मंत्रालयों के मंत्री भी रहे. प्रकाश सिंह बादल 1970 से 1971 तक, 1977 से 1980 तक, 1997 से 2002 तक और 2007-12 और फिर 2013-2017 तक पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री रहे.

बादल के नाम कई रिकॉर्ड

प्रकाश सिंह बादल बीते साल पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के सबसे उम्रदराज उम्मीदवार थे. हालांकि उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. उन्हें गुरमीत सिंह खुदियान ने चुनाव में हरा दिया. चुनाव का रिजल्ट आने के बाद बादल राजनीतिक रूप से कम एक्टिव हो गए थे. बादल के नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज है. सबसे कम उम्र के सरपंच बनने का रिकॉर्ड रखने वाले बादल 1970 में राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री भी बने थे. इसके अलावा उनके नाम सबसे ज्यादा उम्र के सीएम बनने का भी रिकॉर्ड रहा है. वह 2012 में सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री बने थे. प्रकाश सिंह बादल लोकसभा सदस्य भी रहे हैं. बादल 1977 में प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की सरकार में केंद्रीय कृषि एवं सिंचाई मंत्री भी रहे.

पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रकाश सिंह बादल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शोक जताया. दोनों नेताओं ने बादल के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘प्रकाश सिंह बादल जी के निधन से बेहद दुखी हूं. वह भारतीय राजनीति की एक महान शख्सियत और दिग्गज राजनेता थे जिन्होंने देश के लिए बहुत योगदान दिया. उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक परिश्रम किया और कठिन समय में राज्य को सहारा दिया.’

उन्होंने आगे लिखा, ‘प्रकाश सिंह बादल का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. मैंने उनके साथ कई दशकों तक निकटता से बातचीत की है और उनसे बहुत कुछ सीखा है. मुझे हमारी कई बातचीत याद आती हैं, जिसमें उनकी बुद्धिमत्ता हमेशा स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी. उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना.

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