Toran Kumar reporter
Hina Rabbani Khar On Article 370: भारत के सुप्रीम कोर्ट ने कल यानी सोमवार (11 दिसंबर) को आर्टिकल 370 को हटाने के फैसले को सही ठहराया है. इस फैसले के बाद से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. इस पर पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई देश अब भारत के दुष्ट व्यवहार का प्रत्यक्ष अनुभव कर रहे हैं. भारत ने अपने सर्वोच्च न्यायालय के घरेलू अदालत के फैसले का इस्तेमाल कर के शर्मनाक काम किया है.
पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीर पर अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को खत्म करने के लिए गलत फैसले कर रहा है. वो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को साफतौर पर नजरअंदाज करने का काम कर रहा है.
‘Any action that[Constituent] Assembly may have taken or might attempt to take to determine the future shape&affiliation of the entire State or any part thereof…or action by the parties concerned in support of any such action by the Assembly, would not constitute a disposition..
— Hina Rabbani Khar (@HinaRKhar) December 11, 2023
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को लेकर की बात
हिना रब्बानी ने कहा कि मैं याद दिलाना चाहती हूं कि भारत ने जम्मू कश्मीर के फैसले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले गया था. इस पर उन्होंने ज्ञान देने की भी कोशिश की. उन्होंने कहा कि कोई भी घरेलू कार्रवाई, जो पूरे राज्य या उसके किसी हिस्से के भविष्य के बारे में की गई हो वो मान्य नहीं होता है.
Many countries are now experiencing first hand the ‘rogue’ behaviour of India. India s effort to use domestic court verdict of its Supreme Court to try and supersede United Nations Security Council Resolutions and its international obligations on Kashmir is shameful.
— Hina Rabbani Khar (@HinaRKhar) December 11, 2023
पाकिस्तान को लगी मिर्ची
पाकिस्तान अभी तक 5 अगस्त 2019 को भारत के आर्टिकल 370 को हटाने से जुड़े फैसले से उबर भी नहीं सका था कि 11 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया, जिसमें आर्टिकल 370 को हटाने के फैसले को सही करार दिया है. इससे पाकिस्तान को मिर्ची लगी है. पाकिस्तान के वर्तमान कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान भारत के फैसले को नहीं मानता है.