NSA डोभाल बोले- कुछ लोग धर्म के नाम पर नफरत फैला रहे हैं, भारत की तरक्की के लिए एकता जरूरी

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि कुछ तत्व ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं जो भारत की प्रगति में बाधा डाल रहा है. वे धर्म और विचारधारा के नाम पर कटुता और संघर्ष पैदा कर रहे हैं, यह पूरे देश को प्रभावित कर रहा है और देश के बाहर भी फैल रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया में संघर्ष का माहौल है, अगर हमें उस माहौल से निपटना है तो देश की एकता को एक साथ बनाए रखना जरूरी है. भारत जिस तरह से आगे बढ़ रहा है, उससे सभी धर्मों के लोगों को फायदा होगा.

एनएसए डोभाल की मौजूदगी में हजरत सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि जब कोई घटना होती है तो हम निंदा करते हैं. यह कुछ करने का समय है. कट्टरपंथी संगठनों पर लगाम लगाने और प्रतिबंधित करने की जरूरत है. चाहे वह कोई भी कट्टरपंथी संगठन हो, उनके खिलाफ सबूत होने पर उन्हें प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए. विभिन्न धर्मों के धार्मिक नेता, धार्मिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार के आउटरीच के हिस्से के रूप में आयोजित इस सम्मेलन में सूफी संतों ने भी भाग लिया.

भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की पहल ऐसे समय में आई है जब देश में निलंबित भगवा पार्टी की नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर पर विवादास्पद टिप्पणी और सूफी बरेलवी मुस्लिम समुदाय के एक वर्ग की चरम प्रतिक्रियाओं के मद्देनजर देश में धार्मिक कलह है. नुपुर शर्मा की टिप्पणी के खिलाफ पश्चिमी एशियाई देशों के विरोध के बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने भाजपा नेता को निलंबित कर दिया था. हालांकि, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हिंसा की खबरें आने के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. विवाद ने तब और भीषण मोड़ ले लिया जब राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैया लाल को दो मुस्लिम लोगों द्वारा आईएसआईएस-शैली की हत्या के कृत्य में सिर काट दिया गया, जिन्होंने हत्या को फिल्माया और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की धमकी भी दी. दोनों हत्यारे अपने साथियों के साथ एनआईए की हिरासत में हैं. महाराष्ट्र के अमरावती में एक और आईएसआईएस-शैली की हत्या हुई, जहां उमेश कोल्हे नाम के एक फार्मासिस्ट की चाकू मारकरहत्या कर दी गई. एनआईए भी हत्या की जांच कर रही है.

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