Navratri 2023 sixth day: नवरात्रि का छठवां दिन मां कात्यायनी को है समर्पित, जानें मां के दिव्य स्वरूप की महिमा कथा ? पूजा विधि और मंत्र

Shardiya Navratri 2023 Day 6: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का खास महत्व होता है और इस दौरान मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है. इसके बाद 10वें दिन रावण दहन होता है. आज यानि 20 ​अक्टूबर को नवरात्रि की षष्ठी तिथि है और इस दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा होती है. इसके अलावा षष्ठी ति​थि से दुर्गा पूजा भी आरंभ होती है जो कि पांच दिनों तक चलती है. इसलिए नवरात्रि का छठा दिन बहुत ही खास होता है. इस दिन मां कात्यायनी का पूजन करने से शादी में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और परिवार में खुशहाली आती है. आइए जानते हैं नवरात्रि के छठे पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.

नवरात्रि के छठे दिन पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजकर 44 मिनट से सुबह 5 बजकर 34 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा सुबह 11 बजकर 43 निमट से लेकर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक पूजा के लिए शुभ मुहूर्त है. इस ​शुभ मुहूर्त मां कात्यायनी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मां कात्यायनी अपने भक्तों को अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फल प्रदान करती हैं

इस विधि से करें मां कात्यायनी की पूजा

नवरात्रि के छठे दिन मां ​कात्यायिनी का पूजन किया जाता है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. इसके बाद माता की प्रतिमा को शुद्ध जल व गंगाजल से स्नान कराएं. फिर उन्हें पीले रंग के वस्त्र पहनाएं और पीले रंग के फूल अर्पित करें. माता को रोली व सिंदूर का तिलक लगाएं और पांच प्रकार के फल व मिष्ठान का भोग लगाएं. मां कात्यायनी को शहर को भोग अवश्य लगाएं और इसके बाद मंत्र का जाप करें.

मां कात्यायनी का मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥

ॐ देवी कात्यायन्यै नम:॥
मां कात्यायनी का प्रार्थना मंत्र
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी॥

Leave a Reply