राजस्थान का कोटा कोचिंग नगरी की बजाय जिंदगी से जंग हारने वालें स्टूडेंट्स की जगह में तबदील होती जा रही है. अभी साल 2024 का पहला महीना भी पूरा नहीं बीता और वहां पढ़ने वाले दूसरे स्टूडेंट की ज़िंदगी से हार मान लेने की खबर आ गई है. कोटा में सोमवार को 18 साल की जेईई अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली. उसने अपने माता-पिता के लिए एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें लिखा था कि वह जेईई करने में असमर्थ है. परीक्षा से दो दिन पहले उसने यह कदम उठाया.
इस साल यह दूसरी आत्महत्या
कोटा में करीब एक हफ्ते में और कुल मिलाकर इस साल यह दूसरी आत्महत्या है. ज़िंदगी से हार मान लेने वाली स्टूडेंट की पहचान निहारिका के तौर पर हुई है. वह जेईई मेन्स की तैयारी कर रही थी.उसने कोटा के शिक्षा नगरी इलाके में अपने कमरे में फांसी लगा ली. निहारिका की परीक्षा 31 जनवरी को होने वाली थी.
‘मैं जेईई नहीं कर सकती’
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में निहारिका ने खुद को “सबसे बुरी बेटी” बताया और कहा कि यह “उसके पास आखिरी विकल्प” था. नोट में लिखा है, “मां और पापा, मैं जेईई नहीं कर सकती. इसलिए, आत्महत्या कर रही हूं. मैं हारी हुई हूं. मैं ही इसकी वजह हूं. मैं सबसे बुरी बेटी हू. मुझे माफ कर दें, मेरे पास यही आखिरी विकल्प है.
मोहम्मद जैद की उम्र 17 या 18 साल
23 जनवरी को ही उत्तर प्रदेश के एक छात्र ने आत्महत्या की थी. वह कोटा में ही neet की तैयारी कर रहा था. मुरादाबाद के रहने वाले छात्र मोहम्मद जैद की उम्र 17 या 18 साल थी. वह हॉस्टल में रहता था और कोटा में NEET की कोचिंग ले रहा था, उसका शव कमरे में लटका हुआ पाया गया था, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था. इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं अपने कोचिंग संस्थानों के लिए मशहूर कोटा में 2023 में 29 छात्रों ने आत्महत्या की.