विदेश यात्रा, SUV का लालच देकर MLM कंपनी ने कइयों को ठगा, ED ने कैश समेत 170 करोड़ की प्रॉपर्टी सील की.

Toran Kumar reporter

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित तौर पर गैरकानूनी तरीके से काम कर रही एक मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) कंपनी पर शिकंजा कसा है. इस कंपनी पर अवैध मार्केटिंग प्रैक्टिस और फॉरेक्स ट्रेडिंग करने का आरोप है. कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. 11 फरवरी को ED ने इस कंपनी से जुड़े कई ठिकानों पर रेड मारी. इस दौरान जांच एजेंसी ने दिल्ली, नोएडा, रोहतक और शामली में करीब 170 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को फ्रीज कर दिया.

कंपनी का नाम QFX ट्रेड लिमिटेड है. ED की जांच में सामने आया कि कंपनी के निदेशक राजेंद्र सूद, विनीत कुमार और संतोष कुमार और एक अन्य व्यक्ति नवाब अली उर्फ लैविश चौधरी हाई रिटर्न का लालच देकर लोगों से मार्केट में पैसा लगवा रहे थे. लैविश को इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बताया गया है. 

जांच में पता चला कि लैविश चौधरी वर्तमान में यूएई से धंधा चला रहा है. उसने ‘Botbro’ नाम से एक MLM स्कीम चलाई. इसमें AI रोबोट्स से फॉरेक्स ट्रेडिंग करने का दावा किया गया. स्कीम से जुड़ी एक वेबसाइट के जरिये इसका प्रचार किया गया. कंपनी ने लोगों को निश्चित इनकम, रेफरल बोनस और TLC कॉइन में कमाई का झांसा दिया था. कई लोगों ने इनकी बातों में

रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल पुलिस ने QFX कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोप है कि बाद में कंपनी ने स्कीम का नाम बदलकर YFX (Yorker FX) कर लिया, लेकिन उसी फर्जी मॉडल पर काम करती रही.

ऐसे चल रहा था MLM स्कैम

निवेशकों से कैश या बेनामी अकाउंट्स के जरिये पैसे इकट्ठा किए जाते थे. TLC 2.0 कॉइन के रूप में रिटर्न दिया जा रहा था, जिसकी लॉन्चिंग मार्च 2027 में बताई जा रही थी. कंपनी ने MLM के पिरामिड मॉडल पर काम किया, जहां नए निवेशकों को जोड़ने पर पुराने निवेशकों को पैसा मिलता था. TLC कॉइन में फंड लॉक किया जा रहा था, जिसे 2027 से पहले निकाला नहीं जा सकता था. इसके अलावा निवेशकों को विदेशी यात्रा और एसयूवी कारों का लालच देकर पैसा लगवाया गया.

बाद में लोगों को ठगी का पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायतें कीं. रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के कई थानों में कंपनी के खिलाफ कई FIR दर्ज हैं. इसे बाद ईडी ने मामले को अपने हाथ में लिया. उसने छह जगहों पर छापेमारी कर QFX/YFX स्कीम से जुड़ी तीन फर्जी कंपनियों के बैंक अकाउंट फ्रीज किए हैं. इनके नाम हैं- NPay Box प्राइवेट लिमिटेड, चैप्टर मनी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और टाइगर डिजिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड. ED की छापेमारी में 90 लाख रुपये नकद बरामद हुए और 30 से ज्यादा बैंक खातों को सील किया गया.

ED ने अवैध हवाला नेटवर्क का भी खुलासा किया है. अहम दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त करने के साथ ही मामले में शामिल अन्य लोगों और हवाला नेटवर्क के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों का पता लगाया जा रहा है. आशंका जताई जा रही है कि इस घोटाले में बड़े नाम सामने आ सकते हैं.