हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के बीच राजधानी शिमला (Himachal Pradesh News) से एक और दर्दनाक घटना सामने आई है. शिमला के कृष्ण नगर इलाके में भूस्खलन की चपेट में 4-5 मकान आ गए, जिसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. राहत और बचाव अभियान जारी है. मालूम हो कि यह स्थान कार्ट रोड पर पुराने बस स्टैंड और नीचे शिमला बाईपास के बीच स्थित है. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही भारी बारिश के बाद पेड़ गिरने से स्लॉटर हाउस और अन्य इमारतें उसकी चपेट में आ गई. इसके बाद देखते ही देखते इमारत धराशाई हो गई. लैंडस्लाइड का वीडियो इतना भयावह है कि उसे देखकर आपको डर लग सकता है.
#WATCH हिमाचल प्रदेश के शिमला के कृष्णा नगर इलाके में भूस्खलन के बाद कई घर ढह गए। बचाव अभियान जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2023
(वीडियो सोर्स: स्थानीय; पुलिस और प्रशासन द्वारा पुष्टि की गई) pic.twitter.com/y87nQ0qr5I
शिमला के SP संजीव गांधी ने बताया, ‘भारी बारिश के कारण भूस्खलन के बाद कुछ घर ढह गए हैं. कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है. एम्बुलेंस, NDRF, SDRF, राज्य और जिला पुलिस मौके पर है. राहत और बचाव अभियान जारी है. मालूम हो कि शिमला में बीते 2-3 दिनों में बारिश, लैंडस्लाइड और बादल फटने की घटनाओं में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इन सबके बीच मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए अगले 48 घंटों का पूर्वानुमान भी जारी किया है.
कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
हिमाचल प्रदेश IMD के उप निदेशक बुई लाल के न्यूज संवाददाता बताया, ‘आने वाले 48 घंटों में राज्य में कई स्थानों पर बारिश होने की आशंका है. कांगड़ा, मंडी और शिमला के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. कल बिलासपुर, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कांगड़ा और चंबा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. 16 अगस्त के बाद बारिश कम होने की संभावना है, लेकिन कुछ स्थानों में बारिश होगी.
मलबे से दो और शव बरामद
शिमला में क्षतिग्रस्त शिव मंदिर से मंगलवार को दो और शव बरामद होने के बाद समर हिल तथा फागली में भूस्खलन के बाद मिले शवों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन, बादल फटने और भारी बारिश के कारण मकान ढहने जैसी घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 53 पहुंच गई है. अधिकारियों ने बताया कि शिमला के समरहिल और फागली में 10 से अधिक लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है.
राहत-बचाव अभियान जारी
शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि NDRF,SDRF, पुलिस और सेना के जवान सुबह करीब छह बजे समरहिल में बचाव अभियान फिर से शुरू किया. उन्होंने बताया कि भारी वर्षा के बाद सोमवार रात को बचाव अभियान स्थगित कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि सोमवार से अब तक बरामद कुल 16 शवों में से 11 शिव मंदिर से बरामद किए गए तथा पांच फागली से बरामद किए गए. उन्होंने बताया कि शिव मंदिर वाली जगह पर 10 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है लेकिन इस संख्या की पुष्टि नहीं की गयी है. सोमवार सुबह करीब सवा सात बजे जब मंदिर में भूस्खलन हुआ तो सावन महीने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां मौजूद थे.
इस बीच, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने भारी बारिश से हिमस्खलन होने तथा सड़कों के बाधित हो जाने के मद्देनजर अध्यापन गतिविधियां निलंबित कर दी हैं. मंगलवार को विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, ‘अध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मी अपनी ड्यूटी पर आम दिनों की तरह आयेंगे. मंडी जिले में सोमवार को वर्षा जनित घटनाओं में 19 लोगों की जान चली गई.
कई सड़कें बाधित
यहां समर हिल के समीप भूस्खलन की चपेट में 50 मीटर लंबा पुल आ जाने के कारण, यूनेस्को विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त हो गई. स्टेशन मास्टर जोगिंदर सिंह ने बताया कि शिमला से करीब छह किलोमीटर पहले समर हिल के पास कंक्रीट का पुल पूरी तरह नष्ट हो गया तथा पांच या छह स्थानों पर इस धरोहर रेल मार्ग को क्षति पहुंची तथा सबसे अधिक नुकसान शिमला एवं शोघी के बीच हुआ है.
राज्य में 12 में से 11 जिलों में 857 सड़कों पर यातायात बाधित है तथा 4,285 ट्रांसफार्मर और 889 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं. कुल्लू जिले से सूचना अभी प्राप्त नहीं हुई है. राज्य आपात अभियान केंद्र के अनुसार, 22 जून से 14 अगस्त तक मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश को 7,171 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य में मॉनसून के दौरान बादल फटने तथा भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं हुई हैं और करीब 9,600 मकान आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
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