जानें कौन हैं इस्राइली फिल्म मेकर नादव लैपिड? ‘कश्मीर फाइल्स’ को बताया है ‘वल्गर

Who Is Filmmaker Nadav Lapid: ‘द कश्मीर फाइल्स’ साल 2022 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक है. यह फिल्म जब रिलीज हुई थी तब खूब विवाद हुआ था, लेकिन अब रिलीज के लगभग आठ महीने बाद एक बार फिर यह फिल्म सुर्खियों में है. दरअसल इस्राइल के फिल्मकार नादव लापिड ने अपने एक बयान में विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘वल्गर’ कहा है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है. 53वें फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी हेड चुने जाने के बाद नादव ने अपनी स्पीच में ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक वल्गर फिल्म कहा है. 53वें फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी हेड चुने जाने के बाद नादव ने अपनी स्पीच में ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक वल्गर फिल्म कहा है.

नादव लैपिड ने कश्मीर फाइल्स को बताया था अश्लील

सोमवार को आईएफएफआई के जूरी प्रमुख नादव लैपिड ने फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ को अश्लील बताया था, उनका यह बयान वायरल होने के बाद अब इसपर विवाद खड़ा हो गया है. इजरायली दूत ने कहा कि नादव लैपिड ने आईएफएफआई गोवा में न्यायाधीशों के पैनल की अध्यक्षता करने के लिए भारतीय निमंत्रण का दुरुपयोग किया है. IFFI के जूरी हेड नादव लैपिड ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘अश्लील’ और ‘अनुचित’ करार दिया था. लैपिड ने कहा था, “हम सभी 15 सदस्य फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ से परेशान और स्तब्ध थे. यह हमें एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त है

नादव लैपिड कौन है?

नदव लापिद 1975 में इजराइल के तेल-अवीव में पैदा हुए. अवीव विश्वविद्यालय में उन्होंने फिलॉसफी और पेरिस में साहित्य का अध्ययन किया. 2011 लोकार्नो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उन्हें अपनी पहली फीचर फिल्म, पोलिसमैन के लिए विशेष जूरी पुरस्कार मिला. उन्होंने अपने करियर में कई डॉक्यूमेंट्रीज बनाई. वह साल 2015 में लोकर्नो फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन लेपर्ड जूरी, 2016 में कैन्स फिल्म फेस्टिवल में इंटरनेशनल क्रिटीक्स वीक जूरी और साल 2021 में बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ऑफीशियल कॉम्पिटिशन जूरी के भी मेंबर भी रह चुके हैं.

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