भारत माता की आन, बान और शान की रक्षा के लिए अबतक अनगिनत वीर सपूतों ने प्रांणों की आहूति दी है। देश की सीमाओं की हिफाजत करते हुए सिपाहियों ने अपने लहू से इस मिट्टी को सींचा है।
भारत माता की आन, बान और शान की रक्षा के लिए अबतक अनगिनत वीर सपूतों ने प्रांणों की आहूति दी है। देश की सीमाओं की हिफाजत करते हुए सिपाहियों ने अपने लहू से इस मिट्टी को सींचा है।