भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के विशेषज्ञों की एक टीम ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर के डोडा जिले के एक गांव का निरीक्षण किया, ताकि करीब दो दर्जन पक्की इमारतों में दरारों के कारणों का पता लगाया जा सके. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. बता दें किउन्नीस परिवारों के 100 से अधिक सदस्यों के घरों में दरारें आने के बाद उन्हें वहां से निकाला गया है.
डोडा के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने कहा कि जीएसआई के विशेषज्ञों ने ठठरी तहसील में प्रभावित नई बस्ती गांव का दौरा किया और 19 रिहायशी घरों, एक मस्जिद और लड़कियों के एक धार्मिक स्कूल में दरार का कारण जाना. महाजन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल कयूम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और कहा कि जीएसआई टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी. उन्नीस परिवारों के 100 से अधिक सदस्यों के घरों में दरारें आने के बाद उन्हें वहां से निकाला गया.
शुक्रवार को तीन मकान ढह गए. उपायुक्त ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और कहा कि उनके लिए सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ एक राहत शिविर स्थापित किया गया है. ठठरी के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट अतहर अमीन जरगर ने कहा कि प्रशासन स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक और एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं