स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने द ओवल में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड के मुंह से जीत छीन सीरीज ड्रॉ करा ली है। इंग्लैंड को जीतने के लिए 374 रनों की जरूरत थी जो भारत ने इंग्लैंड को बनाने नहीं दिए जबकि ये टीम जीत के बेहद करीब आ गई थी। भारत ने ये मैच छह रनों से जीता और इंग्लैंड को 367 रनों पर ही ढेर कर दिया।
मैच के चौथे दिन खराब रौशनी के कारण खेल रोक दिया गया था और बारिश आ गई जिसके चलते स्टम्प्स की घोषणा कर दी गई। पांचवें दिन भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड के बाकी बचे चार विकेट गिरा जीत हासिल की।
“सिराज और कृष्णा बने हीरो”
पांचवें दिन इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत छह विकेट के नुकसान पर 339 रनों के साथ की। मोहम्मद सिराज ने जेमी स्मिथ को विकेटकीपर ध्रुव जुरैल को आउट कर भारत को मैच में ला दिया। वह दो रन बनाकर आउट हुए। सिराज ने ही फिर जेमी ओवरटन को अपना शिकार बना इंग्लैंड का आठवां विकेट गिरा दिया। उन्होंने नौ रन बनाए। कृष्णा ने फिर जोश टंग को बिना खाता खोले बोल्ड कर इंग्लैंड का नौंवां विकेट गिरा दिया।
फिर क्रिस वोक्स टूटे हाथ से बैटिंग करने आए, लेकिन दूसरे छोर पर गस एटकिसंन आउट हो गए। सिराज ने उन्हें बोल्ड कर दिया। उन्हें लड़ाई लड़ी जो असफल रही। वह 17 रन बनाकर आउट हुए और भारत ने इंग्लैंड के जीत से महरूम करते हुए अपनी सबसे करीबी जीत हासिल की। टीम इंडिया ने इतने कम रनों से अभी तक कोई मैच नहीं जीता था।
“बैकफुट से वापसी”
हैरी ब्रूक ने तूफानी पारी खेल भारत को बैकफुट पर धकेल दिया था। उनका विकेट भारत को पहले मिल गया होता, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर मोहम्मद सिराज ने फाइन लेग पर उनका कैच लेने के बाद पैर बाउंड्री से टच कर दिया। ये भारत के लिए इस मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ और फिर ब्रूक ने तूफानी रफ्तार में रन बना शतक ठोक दिया। उन्होंने 98 गेंदों पर 14 चौके और दो छक्कों की मदद से 111 रन बनाए।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट ने उनका साथ दिया। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी की। रूट ने अपने टेस्ट करियर का 39वां शतक जमाया। उन्होंने 152 गेंदों का सामना कर 12 चौकों की मदद से 105 रन बनाए। इन दोनों की पूरी मेहनत भारतीय गेंदबाजों ने पांचवें दिन पानी फेर दिया।
भारत ने इस मैच की पहली पारी खेली थी और 224 रन बनाए थे। इंग्लैंड के बल्लेबाज पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों के सामने ज्यादा चले नहीं थे और पूरी टीम 247 रनों पर ढेर हो गई। भारत ने अपनी दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल के 118, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर के 53-53 रनों के दम पर 396 रन बनाए थे और इंग्लैंड को मजबूत स्कोर दिया था जिसे वो हासिल नहीं कर पाई।