Toran Kumar reporter…10.8.2023/✍️
Chhattisgarh.बिलासपुर। तहसीलदार के फर्जी सील-सिग्नेचर के जरिए मैनुअल जाति, निवास और आमदनी प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले का खुलासा हुआ है. तहसीलदार अतुल वैष्णव के शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
दरअसल, महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे. मंगलवार को आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि थी. पता चला कि आवेदन के साथ फर्जी मैनुअल जाति और आमदनी प्रमाण पत्र जमा किए जा रहे हैं. इसके लिए तहसीलदार अतुल वैष्णव का फर्जी सील व सिग्नेचर कर 400-500 रुपए में मैनुअल जाति-निवास और आमदनी जारी किए जा रहे हैं. यह काम कोई और नहीं तहसील कार्यालय में सक्रिय दलाल कर रहे हैं. यह प्रमाण पत्र साधना अहिरवार और गायत्री खरे के नाम पर जारी हुए हैं.
तहसीलदार अतुल वैष्णव ने जांच की, और दलाल मुकेश खरे से फर्जी जाति, निवास और आमदनी प्रमाण पत्र जप्त किए. दलाल मुकेश खरे ने अपने बयान में बताया कि वह वकील रामकुमार सूर्या के माध्यम से यह फर्जी जाति, निवास और आमदनी प्रमाण पत्र बनाता था. बहरहाल, सिविल लाइन पुलिस आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही हैं.
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